तपोवन आपदा में लापता हुए लोगों की खोजवीन अभियान लगातार जारी है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया रेग्यूलर प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू कार्यों की मानिटरिंग कर रहे हैं।
मंगलवार को रैणी में संचालित रेस्क्यू कार्यों का मौका मुआयना करते हुए जिलाधिकारी ने रेस्कयू टीम को मुख्य स्थल के अलावा चार अलग-अलग स्थानों पर लापता लोगों की तलाश करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सर्च टीम को प्रत्यक्षदर्शियों, स्थानीय लोगों एवं परिजनों से जानकारी लेते हुए जहां भी लोगों के दबे होने संभावना है। वहां पर मलवे की खुदाई कर तलाश की जाए। साथ ऋषि गंगा नदी तक एप्रोच बनाकर नदी तटों पर फैले मलवे से भी खोजवीन करने को कहा।
वहीं तपोवन टनल में भी रेस्कयू कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। तपोवन बैराज साइट पर चल रहे रेस्कयू कार्यों का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने बैराज से पानी निकासी हेतु तेज गति से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि बैराज में भरे मलवे में भी लापता लोगों ढूढ खोज की जा सके।
जिलाधिकारी ने बताया कि आपदा में लापता 206 लोगों में से अभी तक 58 लोगों के शव विभिन्न स्थानों से बरामद हुए है। साथ ही दो लोग पहले जिन्दा मिले थे। अब 146 लोग लापता चल रहे हैं जिनकी तलाश जारी है। अभी तक 31 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है। वहीं बालखिला और मैठाणा से एक एक मानव अंग बरामद किया गया।
मंगलवार को मिले शवों की शिनाख्त इस प्रकार है। अनिल पुत्र थेपा निवासी कालसी देहरादून तथा राहुल पुत्र कष्ण किशोर निवासी बडकोट देहरादून के रहने वाले थे। वहीं मंगलवार को 1 मानव अंग का नियमानुसार 72 घंटे बाद अंतिम दाह संस्कार किया गया।जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राशन किट, मेडिकल एंव अन्य रोजमर्रा की जरूरतों की नियमित आपूर्ति करायी जा रही है।
आपदा प्रभावित सीमांत क्षेत्र के सभी 13 गांवों में विद्युत और पेयजल व्यवस्था सुचारू हो चुकी है। प्रभावित परिवारों में अब तक 529 राशन किट बांटे जा चुके हैं। अब तक कुल 1580 लोगों का उपचार किया जा चुका है। इधर – उधर फंसे 445 लोगों को हैली से उनके गतंव्य तक भेजा गया।