गौचर : सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का दावा कर रही हो लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। इसका अंदाजा जनपद चमोली के गौचर का अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लगाया जा सकता है। विशेषज्ञ चिकित्सकों व सुविधाओं के अभाव यह चिकित्सालय मात्र रेफर सेंटर बना हुआ है।
गढ़वाल मंडल में समतल के क्षेत्र में अद्वतीय स्थान रखने वाला जनपद चमोली के राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गौचर क्षेत्र में राजकीय पालीटेक्निक, राजकीय बालिका इंटर कालेज , राजकीय इंटर कालेज के अलावा तमाम सरकारी गैर-सरकारी विद्यालयों के साथ ही भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की वाहनी, सीमा सड़क संगठन की इकाई व वर्तमान में ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण में कार्य कर रहे सैकड़ों कर्मचारी अधिकारी कार्यरत हैं।यही नहीं गौचर क्षेत्र के आसपास के इलाके की गरीब जनता भी बीमारियों का इलाज कराने के लिए गौचर पहुंचते हैं। लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सकों व सुविधाओं के अभाव में उन्हें मजबूरन अन्यत्र जाना पड़ता है। क्षेत्रवासी गौचर के प्राथमिक स्वास्थ्य के उच्चीकरण की मांग 2004 से करते आ रहे हैं। तत्कालीन बदरीनाथ के विधायक स्वर्गीय डा. अनसूया प्रसाद मैखुरी के अनुमोदन पर तत्तकालीन स्वास्थ मंत्री तिलकराज बेहड़ ने गौचर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में वित्त सहित स्वीकृति दे दी थी।तब से अब करोड़ों रुपए खर्च कर एक बेहतरीन भवनों का स्ट्रक्चर खड़ा तो कर दिया गया है लेकिन आज तक उच्चीकरण के मानकों के अनुरूप कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा सकी है। ताजुब तो इस बात का है कि कांग्रेस के शासन काल में भाजपा के लोग इस चिकित्सालय की सुविधा मुहैया कराने के लिए आंदोलन का सहारा लेते थे। अब उन्ही की सरकार ने इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण करने के बजाय अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील कर दिया है। जानकारी के अनुसार चिकित्सालयों की श्रेणी में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सबसे नीचे के पायदान पर है। कुछ माह पूर्व भाजपा नेता सतीश लखेड़ा के हवाले से अखबारों में छपी खबरों के अनुसार गौचर व गैरसैंण के चिकित्सालयों में शीघ्र विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जानकारी जब क्षेत्रवासियों को मिली तो क्षेत्रवासी फूले नहीं समा रहे थे। लेकिन लंबे समय बाद भी गौचर चिकित्सालय में किसी भी चिकित्सक की तैनाती व सुविधाएं उपलब्ध न होने से लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।हालात ऐसे हैं कि दुर्घटनाओं या गंभीर बीमारी की अवस्था में विशेषज्ञ चिकित्सकों व सुविधाओं के अभाव में इस चिकित्सालय के पास मरीज को रेफर करने के अलावा कोई चारा नहीं बचता है। पूर्व पालिकाध्यक्ष मुकेश नेगी , कांग्रेस यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अजय किशोर भंडारी, नगर अध्यक्ष सुनील पंवार, व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल आदि का कहना है कि क्षेत्र की आबादी को देखते हुए चिकित्सालय का शीध्र उच्चीकरण किया जाना चाहिए।