ऊखीमठ : पर्यटक गांव सारी में सात दिवसीय नाटक मंचन के तीसरे दिन की रात्रि संध्या “अंगद-रावण संवाद” नाटक का शानदार मंचन किया गया। सारी गांव पहुंचे पर्यटकों के साथ ही दूर-दराज गांवों से पहुंचे दर्शकों ने कड़ाके की ठंड के बावजूद भी लीला का आनंद लिया।
लीला में मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष/पूर्व क्षेत्रीय विधायक आशा नौटियाल के प्रतिनिधि के रूप में विनोद नौटियाल ने कहा कि किसी क्षेत्र या गांव में लीलाओं का मंचन भी प्रभुकृपा एवं संयोग से ही होता है। लीलाएं केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं है बल्कि भगवान की लीलाओं से मिलने वाला ज्ञान रूपी प्रसाद अपने जीवन में समाहित करना जरूरी है।
तीसरे दिन अंगद-रावण संवाद मंचन के दौरान अहंकारी रावण अपने भाई विभीषण को अपने राज्य लंका से निकाल देते हैं। विभीषण भगवान श्रीराम की शरण में चले जाते हैं और अपनी आपबीती सुनाते हैं। जिसके बाद राम बाली पुत्र युवराज अंगद को सन्धि प्रस्ताव के साथ शान्ति दूत बनाकर रावण के पास भेजते हैं। लेकिन अपने अहंकार के मद में चूर रावण संन्थि प्रस्ताव को ठुकरा देते हैं। जिसके बाद अंगद वापस रामदल में लौट आते हैं और लंका पर चढ़ाई की तैयारी शुरू करते हैं। रावण की भूमिका रघुवीर सिंह नेगी, अंगद प्रदीप नेगी, विभीषण भूपेंद्र भट्ट, मंदोदरी दीवान सिंह नेगी, राम महेंद्र,लक्ष्मण दीवान सिंह हनुमान आनन्द सिंह एवं मेघनाद पृथ्वी सिंह के जीवंत अभिनय ने दर्शकों को देर रात तक पाण्डाल में बांधे रखा मंच संचालन उपेन्द्र भट्ट एवं पूर्व सूचना अधिकारी गजपाल भट्ट ने किया ने किया।
विशिष्ट अतिथि पूर्व सरपंच देख-देख समिति सारी भगत सिंह नेगी , अति विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रधान गुड्डी देवी प्रधान मक्कूमठ विजयपाल सिंह नेगी, सारी मनोरमा देवी पांव जगपुडा अरविंद रावत, कांडा बंगाली महावीर नेगी, पठाली श्रीमती गुड्डी देवी, बेडूला दिव्या राणा, जामू विनिता देवी, ममंद पठाली आशा देवी सहित भगवती प्रसाद सेमवाल, दिनेश प्रसाद नौटियाल, वार्ड सदस्य दिलमी लक्ष्मी देवी नौटियाल, पूर्व बीडीसी मेंबर नंदन सिंह रावत, प्रधानाध्यापक पैंज देवेन्द्र बज्जवाल, गागर धार बुद्धि बल्लभ सेमवाल, प्रेम सिंह राणा। युदमं अध्यक्ष धर्मेन्द्र भट्ट, कमेटी अध्यक्ष मनोज नेगी भरत सिंह नेगी, दिलवर सिंह नेगी,वाचक देवेन्द्र सिंह नेगी सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।