बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर सफाई व्यवस्थाओं और कर्णप्रयाग नगरपालिका के कूडा डम्पिंग यार्ड से नदी में कूड़ा डालने की शिकायत को लेकर गुरुवार को जिलाधिकारी वरूण चौधरी ने क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। डम्पिंग यार्ड से सीधे नदी मे कूडा डाले जाने की शिकायत निराधार पाई गई। नदी किनारे प्रोटेक्शन वाल बनी है, जिससे कूडा नदी में नही जा रहा है। डम्पिंग यार्ड में कूडे का सेग्रिगेशन और ट्रीटमेंट भी किया जा रहा है। इसके अलावा कर्णप्रयाग नगरपालिका का नया डम्पिंग यार्ड भी तैयार हो चुका है।
जिलाधिकारी ने नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी एवं सफाई निरीक्षक को कड़ी हिदायत दी है कि किसी भी दशा में कूडा नदी में न जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि डम्पिंग यार्ड में क्षमता से अधिक एकत्रित कूडे को नए डम्पिंग यार्ड में शिफ्ट करते हुए तत्काल उचित निस्तारण करें और प्रतिदिन फोटोग्राफ सहित इसकी रिपोर्ट उपलब्ध करें। हिदायत दी कि कूड़े का उचित तरीक़े से निस्तारण न किए जाने पर संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। नए डम्पिंग यार्ड में संचालित कार्याें में देरी एवं साफ सफाई व्यवस्था में लापरवाही पर डीएम ने नगरपालिका के सफाई निरीक्षक और कनिष्ठ अभियंता का वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश भी जारी किए।
जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य सर्वाेपरि है। कूड़े से किसी प्रकार का प्रदूषण व गंदगी न फैले, इस बात का ध्यान रखा जाए। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय, तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव, प्रभारी अधिशासी अधिकारी राजेन्द्र सजवाण सहित नगर पालिका के कार्मिक मौजूद रहे।