ऊखीमठ : कालीमठ घाटी के रूच्छ महादेव व कोटि माहेश्वरी तीर्थ में बाबा शिवगिरी महाराज व स्थानीय जनता के सहयोग से नौ दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत् महापुराण ज्ञान यज्ञ विधिवत शुरू हो गया है। नौ दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत् महापुराण ज्ञान यज्ञ के आयोजन से कालीमठ घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। श्रीमद् देवी भागवत् महापुराण ज्ञान यज्ञ के पहले दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कोटि माहेश्वरी तीर्थ पहुंच कर कथा श्रवण कर पुण्य अर्जित किया।
श्रीमद् देवी भागवत् महापुराण ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिन कथावाचक आचार्य सुरेशानन्द गौड़ ने भगवती दुर्गा की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि जब – जब दैत्यों ने देवताओं पर अत्याचार किया तब – तब भगवती दुर्गा ने अनेक रूप धारण कर दैत्यों का वध कर देवताओं व जगत का कल्याण किया। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य भगवती दुर्गा को सच्ची श्रद्धा से सुमरन करता है उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते है तथा वह मनुष्य सांसारिक सुखों को भोग कर अन्त में मोक्ष को प्राप्त होता है। कथावाचक आचार्य सुरेशानन्द गौड़ ने कहा कि भगवती दुर्गा की महिमा का जितना गुणगान किया जाय उतना कम है क्योंकि पूरे भारतवर्ष के पग – पग भगवती दुर्गा जगत कल्याण के लिए अनेक रुपों में तपस्यारत है।
इस मौके पर ओम प्रकाश भटट्, प्रेम प्रकाश भटट्, महेश चन्द्र सती, विपिन भटट्, सत्यानन्द भटट्, राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल, गया दत्त भटट्, प्रधान चौमासी मुलायम सिंह तिन्दोरी, जाल मल्ला त्रिलोक रावत, कोटमा आशा सती, पूर्व प्रधान लक्ष्मण सिंह सत्कारी, मोहन सिंह राणा, दिनेश सत्कारी, राजेन्द्र सत्कारी,प्रताप सत्कारी, मातवर सिंह राणा, कैलाश राणा सहित कालीमठ घाटी के विभिन्न गावों के श्रद्धालुओं व महिला मंगल दल, युवक मंगल दल खोन्नू के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।