विश्व धरोहर फूलों की घाटी में दिखी विविधता ‘रिवर ब्यूटी’ का पहला पुष्प खिला,जापानी पर्यटक दल ने जताई खुशी
संजय कुंवर फूलों की घाटी
उत्तराखंड के लोकपाल घाटी घांघरिया क्षेत्र में स्थित पुष्पावती नदी के किनारे स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान में इन दिनों प्रकृति प्रेमी पर्यटकों को अल्पाइन हिमालई पुष्पों की गजब की विविधताएं देखने को मिल रही है। रिवर ब्यूटी एपीलोबियम नाम का एक दुर्लभ गुलाबी पुष्प देशी -विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। घाटी के द्वारी ब्रिज के समीप पुष्पावती नदी किनारे इस गुलाबी एपीलोबियम पुष्प का दीदार किया जा रहा है, अकेले इस इस पुष्प ने घाटी में चार चांद लगा दिए हैं। हालांकि यह गुलाबी पुष्प घाटी के अंतिम छोर रिवर व्यू साइड के कम्पार्टमेन्ट में जुलाई माह के दूसरे सप्ताह से बड़ी-बड़ी क्यारियों के रूप में पर्यटकों को लुभाना शुरू करते हैं। इस बार ऐसी ही विविधताएं घाटी में देखने को मिल रही है। अच्छी बर्फबारी और पर्याप्त नमी से मई माह के खिलने वाले पुष्प आजकल जुलाई माह में भी पर्यटकों को देखने को मिल रहे हैं, अबतक करीब 2000 से अधिक देशी विदेशी पर्यटकों ने फूलों की घाटी की सैर की है।
फूलों की घाटी में विदेशी पर्यटक द्वारा फूलों को अपने कैमरे में कैद करते हुए
फूलों की घाटी में हर प्रजाति के पुष्पों के खिलने का अपना तय समय होता है। इसके चलते फूलों की घाटी हर 15 दिन में अपना रंग बदलती रहती है। आजकल घाटी के मध्य में पिकनिक प्वाइंट कंपार्टमेंट तक सफेद रंग के प्रिमूला के पुष्पों की क्यारियां से लकदक बनी हुई है। विदेशी पर्यटकों के लिए रिवर ब्यूटी किसी सौगात से कम नहीं है। फूलों की घाटी में इन दिनों बहुतायत में खिले इस पुष्प से देशी विदेशी पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों को सुकून मिल रहा है। इसके दीदार को वे लालायित नजर आ रहे हैं।
एपीलोबियम (रिवर ब्यूटी) यह नदी के किनारे अथवा जल धाराओं के आसपास ही खिलता है। इस फूल के पेड़ की ऊंचाई करीब 15 से 50 सेमी तक होती है।
जापान से फूलों की घाटी पहुंचे प्रकृति पर्यटन दल के सदस्य ट्सूगे मकोतो, और असकुरा जुनोको ने बताया कि हिमालयन ब्लू पॉपी के बाद इस एपीलोबियम पुष्प को इस तरह गढ़वाल हिमालय की इस सुरम्य प्राकृतिक घाटी में अपनी आंखों के सामने देखना हमारे लिए नया अनुभव है। हालांकि अभी ये रिवर ब्यूटी पुष्प घाटी के प्रवेश द्वार से आगे द्वारी पुल के समीप पुष्पावती नदी के किनारे खिला है। जुलाई के दूसरे सप्ताह के बाद यह पुष्प अधिकतर घाटी के स्यूचंद से आगे अंतिम छोर रिवर बेल्ट साईड कम्पार्टमेन्ट में बड़ी क्यारियों के रूप में खिलता है। जिसके बाद फूलों की घाटी का यह क्षेत्र पूरी तरह रिवर ब्यूटी पुष्प के आगोश में गुलाबी घाटी में तब्दील हो जाता है।