गौचर : पीटीसी मजदूर यूनियन कर्णप्रयाग ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रही हैं बावजूद सरकार द्वारा उनको सम्मानजनक वेतन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो उन्हें आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल लाइन सुचारू रखने की जिम्मेदारी और राजस्व वसूली का पूरी जिम्मेदारी लंबे समय से पीटीसी कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। पीटीसी के अध्यक्ष गुलाब सिंह ने बताया की विगत 40 वर्षों से कर्मचारियों द्वारा ईमानदारी से ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल लाइन को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी को संभाला जा रहा है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र की राजस्व वसूली का कार्य कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। पीटीसी कर्मचारियों ने कहा की सभी को सम्मानजनक वेतन दिया जा रहा है यहां तक कि मनरेगा में भी 200 से अधिक मजदूरी प्रतिदिन दिया जा रहा है वहीं दूसरी ओर प्रधानों को भी प्रतिमा ₹3500 वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हीं के साथ यह सोतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है ? संगठन ने कहा कि उनको कम से कम 12000 से 15000 प्रतिमाह वेतन दिया जाए। सीएम को सौंपे ज्ञापन में कर्मचारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो उन्हें आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। और कहा कि सरकार के खिलाफ वोट करने को विवश होना पड़ेगा। ज्ञापन देने वालों में जयंती प्रसाद, जगदीश सिंह, वीरेंद्र सिंह, यशवंत, सिंह पुष्कर सिंह, नारायण सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।
बदरीनाथ धाम की चोटियों पर हिमपात, बढ़ी ठिठुरन - संजय कुंवर बदरीनाथ धाम
Tue Sep 14 , 2021