उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर इस वर्ष 7 से 10 नवंबर तक चार दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पौड़ी और हरिद्वार में 8 नवंबर तथा गैरसैंण (भराडीसैंण) व हल्द्वानी में 10 नवंबर को विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराडीसैंण) में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 10 नवंबर को आयोजित होने वाले विशेष कार्यक्रमों एवं विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने सभी व्यवस्थाओं को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 7 से 10 नवंबर तक जनपद मुख्यालय के राजकीय भवनों को एलईडी बल्बों से प्रकाशमान किया जाएगा। जीएमवीएम के पर्यटक आवास गृहों को भी प्रकाशित किया जाएगा। राज्य स्थापना दिवस पर 9 नवंबर को प्रातः 8 बजे शहीद स्मारकों पर माल्यापर्ण के साथ राज्य गठन के शहीदों को श्रद्वांजलि दी जाएगी। साथ ही चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों को तहसील स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। भराडीसैंण विधानसभा परिसर में 10 नवंबर को आईटीबीपी और पुलिस द्वारा भव्य परेड के साथ ही शिक्षा एवं सूचना विभाग के माध्यम सांस्कृतिक कार्यक्रमों आयोजित कराए जाएंगे। शिक्षा विभाग के माध्यम से पं. दीनदयाल उपाध्याय शैक्षिक उत्कृष्ठता पुरस्कार वितरण एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में विशेष सेवा देने और प्रशासन द्वारा आपदा में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को राज्य स्थापना दिवस पर प्रस्तावित कार्यक्रमों की समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के उपस्थित न रहने पर जिलाधिकारी ने उनको कारण बताओ नोटिस जारी किया। वहीं दूसरी ओर मा. प्रधानमंत्री के पांच नवंबर को प्रस्तावित केदारनाथ दौरे के दृष्टिगत भी जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को मुख्यालय में बने रहने के निर्देश दिए। कहा कि किसी भी दशा में बिना अनुमति के कोई भी अधिकारी मुख्यालय न छोड़ें।
इस अवसर पर डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, सीओ पुलिस विमल कुमार, परियोजना निदेशक प्रकाश रावत, डीडीओ सुमन राणा, मुख्य शिक्षा अधिकारी एलएम चमोला, जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी सहित लोनिवि, जल संस्थान, जल निगम, विद्युत, खाद्यान आपूर्ति, उद्यान, जीएमवीएन, नगर पालिका आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।