ऊखीमठ। भगवती काली के शक्तिपुंज सिद्धपीठ कालीमठ में गुरूवार से शुरू होने वाले शरादीय नवरात्रों की तैयारियां जोरों पर है। देव स्थानम् बोर्ड, स्थानीय हक हकूकधारियों व भगवती काली के भक्तों द्वारा सिद्धपीठ कालीमठ के मुख्य मन्दिर सहित सहायक मन्दिरों को रंग रोगन से सजाने का कार्य पूरा कर लिया गया है तथा बुधवार को सिद्धपीठ कालीमठ के दरबार को कई कुन्तल फूलों से सजाया जायेगा। जानकारी देते हुए मठापति अब्बल सिंह राणा ने बताया कि गुरूवार से शुरू होने वाले शरादीय नवरात्रों की तैयारियां जोरों पर है तथा सिद्धपीठ कालीमठ के मुख्य मन्दिर सहित सहायक मन्दिरों को रंग रोगन से सजाया गया है।
प्रबन्धक प्रकाश पुरोहित ने बताया कि शरादीय नवरात्रों को लेकर विद्वान आचार्यों, देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों , हक हकूकधारियो में भारी उत्साह बना हुआ है तथा बुधवार को भगवती काली का दरवार कई कुन्तल फूलों से सजाया जायेगा। वेदपाठी रमेश चन्द्र भटट् ने बताया कि भगवती काली के दरवार में सभी भक्तों को मनौवाछित फल की प्राप्ति होती है तथा चैत्र व शरादीय नवरात्रों में सिद्धपीठ कालीमठ में पूजा करने का फल कई गुना अधिक मिलता है। पण्डित दिनेश चन्द्र गौड़ ने बताया कि सिद्धपीठ कालीमठ का स्मरण मात्र करने से मनुष्य के युग – युगान्तरों के पापों का हरण होता है तथा मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्थानीय व्यापारी विनीता राणा ने बताया कि शरादीय नवरात्रों को लेकर स्थानीय व्यापारियों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा सभी व्यापारियों ने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान सजाने शुरू कर दिये हैं। जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी, कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल, सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश पुरोहित ने बताया कि शरादीय नवरात्रों में सिद्धपीठ कालीमठ में पूजा – अर्चना का विशेष फल मिलता है।