भगवान मद्महेश्वर के कपाट खोलने की तैयारियां शुरू, महिलाओं ने बनाया नया अनाज का भोग – लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ

Team PahadRaftar

ऊखीमठ। द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात तथा बूढ़ा मदमहेश्वर की तलहटी में सुरम्य मखमली बुग्यालों के मध्य विराजमान भगवान मदमहेश्वर के कपाट खोलने की प्रक्रिया शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में पौराणिक परम्पराओं व रीति – रिवाजों के साथ शुरू हो गई है। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव मूर्तियों को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ओकारेश्वर मन्दिर के गर्भ गृह से सभा मडण्प लाया गया तथा प्रशासन स्तर से नियुक्त मात्र सीमित महिलाओं द्वारा भगवान मदमहेश्वर को नए अनाज का भोग अर्पित किया गया। इस दौरान लॉक डाउन के नियमों का सख्ती से पालन किया गया, आज भगवान मदमहेश्वर सभा मंडप में विराजमान होगे तथा 22 मई को भगवान मदमहेश्वर की डोली ऊखीमठ से अपने धाम के लिए रवाना होगी।

हो सकता है इस वर्ष लॉकडाउन के कारण भगवान मदमहेश्वर की डोली मंगोलचारी से रासी तक रथ से जा सकती है : गुरुवार को ओकारेश्वर मन्दिर के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग, टी गंगाधर लिंग व मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी शिव लिंग द्वारा भगवान ओकारेश्वर सहित पंचनामा देवी – देवताओं की पूजा – अर्चना कर जलाभिषेक किया तथा भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव भोग मूर्तियों को परम्परानुसार सभा मंडप लाया गया तथा बाह्मणों, वैद पाठियों द्वारा पुनः भगवान मदमहेश्वर की मूर्तियों की विशेष पूजा की गयी तथा डगवाडी, बाह्मणखोली व पजपाणी की सिमित महिलाओं द्वारा भगवान मदमहेश्वर को नये अनाज का भोग अर्पित किया गया! आज भगवान मदमहेश्वर की मूर्तियाँ सभा मंडप में ही विराजमान रहेगी तथा शनिवार को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव मूर्तियों को डोली में विराजमान कर डोली का विशेष श्रृंगार किया जायेगा तथा डोली अपने धाम को रवाना होगी : प्रशासन के सूत्रों की माने तो भगवान मदमहेश्वर की डोली इस बार भी ओकारेश्वर मन्दिर से मंगोलचारी तक परम्परा के अनुसार पैदल पथ से जायेगी तथा वहा से रथ से राकेश्वरी मन्दिर रासी पहुचेगी !

23 मई को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मन्दिर रासी से प्रस्थान कर अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गौण्डार गाँव पहुंचेगी तथा 24 मई को गौण्डार गाँव से प्रस्थान कर बनातोली , खटारा, नानौ, मैखम्भा कूनचटटी होते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी तथा मदमहेश्वर धाम के कपाट परम्परा के अनुसार विधि – विधान से ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें। देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारी एन पी जमलोकी ने बताया कि इस बार प्रशासन द्वारा देव स्थानम् बोर्ड के 8 अधिकारियों कर्मचारियों तथा 12 हक हकूकधारियो को धाम जाने की अनुमति दी गयी है। इस मौके पर कार्यालय अधीक्षकक्ष राजकुमार नौटियाल, यदुवीर पुष्वाण,मदन सिंह पंवार, विश्व मोहन जमलोकी यशोधर मैठाणी , बीर सिंह पंवार, दिलवर सिंह पंवार, महावीर सिंह पंवार, ताजवर सिंह पंवार,विजय सिंह पंवार, संग्राम सिंह पंवार मौजूद रहे।

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