रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ बंड मेला हुआ संपन्न, खुशी जोशी और गोविन्द दिगारी के गीतो पर झूमे लोग
पीपलकोटी : रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सात दिवसीय बंड मेले का समापन हो गया है। मेले के अंतिम दिन कुमाऊनी लोकगायक गोविन्द दिगारी, लोकगायिका खुशी जोशी, लोकगायक इन्द्र आर्य की शानदार प्रस्तुतियों नें बंड मेले में चार चाँद लगाये। इन्द्र आर्य के अंतराष्ट्रीय वाइरल गीत ठुमुक ठुमुक जब तू हिटैंदी पहाडी बाटा में, चुनरी तेरी चमकनी, गुलाबी सरारा…. नें बंड मेले में भी मचाई धूम।… ओ लाली होंसिया, जरा मठू मठू हिट झंवर गिरले मेरी सुमना .., मेरी भनुली क्या भली बांध…, हफ्ते मा इतवार का दिन टेलीफोन केरी मेरी सुवा.., बोल हीरा बोल…, तेरो लंहगा च लाल.., ओ मेरी कमला मायादार…, जय हो कुमाऊं जय हो गढ़वाल., हिट मधुली हिट मेरा पहाड ..सहित एक से एक बेहतरीन गीतो ने हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
बंड विकास मेले के समापन पर बंड विकास संगठन के अध्यक्ष अतुल शाह ने कहा की बंड मेला आज प्रदेश के अग्रणी मेलो में शुमार हो चुका। मेला स्थानीय लोगों के लिए एक बेहतर मंच उपलब्ध तो कराता है ही इसके अलावा विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों से भी उपयोगी जानकारी मिलती है।
अंतिम सांस्कृतिक संध्या में लोकगायिका माया उपाध्याय और गजेंद्र राणा के गीतों की धूम
बंड मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या लोकगायिका माया उपाध्याय और गजेंद्र राणा के नाम रही। कडकडाती ठंड के बीच देर रात तक दोनो ने लोगो को झूमने पर मजबूर कर दिया। पुष्पा छोरी पौडी खाल की…,, क्रीम पौडार, सहित कई शानदार गीतो की प्रस्तुति दी।
इस अवसर बंड विकास संगठन के अध्यक्ष अतुल शाह, पूर्व अध्यक्ष शम्भू प्रसाद सती, संरक्षक विजय मलासी, महामंत्री हरेंद्र पंवार, हरीश पुरोहित, हरिबोधनी खत्री, बृजलाल, ताजबर सिंह नेगी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।