मौसम विभाग की चेतावनी के बाद रविवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से चतुर्थ केदार रुद्रनाथ से वापस लौट रहे तीर्थयात्री रास्ते में फंस गए थे। जिन्हें केदारनाथ वन प्रभाग द्वारा मदद कर सकुशल पहुंचाया गया। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद बारिश को मध्यनजर रखते हुए वन संरक्षक, नन्दादेवी बायोस्फियर रिजर्व, गोपेश्वर द्वारा केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग गोपेश्वर एवं नन्दादेवी राष्ट्रीय पार्क, जोशीमठ के समस्त वन क्षेत्रों पर ट्रैकिंग/कैम्पिंग पर्वतारोहण आदि दल को वन क्षेत्रों में प्रवेश करने पर रोक लगाई गई है।
केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के अन्तर्गत सगर रुद्रनाथ यात्रा मार्ग पर कलचांथ में कुछ यात्रियों के फंसे होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल अमित कंवर, प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के द्वारा गोपेश्वर वन क्षेत्र की वन क्षेत्राधिकारी, आरती मैठाणी को उक्त यात्रियों का रेस्क्यू कर तत्काल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त स्थान पर फंसे 10 यात्रियों को आरती मैठाणी, वन क्षेत्राधिकारी की टीम के सदस्य चंद्रमोहन रावत वन आरक्षी, धीरज व संदीप द्वारा रेस्क्यू कर सगर तक पहुंचा दिया गया है। इन यात्रियों में महिलाऐं और बच्चे होने के कारण ये भारी बारिश में कलचांथ में ही रुक गये थे। अभी मौलीखरक और लवींठीखरक में 8 से 10 यात्री और रुके हैं। बारिश कम होने और गदेरा में जल स्तर कम होने पर इनको नीचे बुला कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा। वन विभाग का क्षेत्रीय स्टाफ लगातार इनके सम्पर्क में हैं।