जोशीमठ : विश्व धरोहर फूलों की घाटी में विंटर की दस्तक,अब तक 20 हजार आठ सौ प्रकृति प्रेमी पहुंचें घाटी में
एक्सक्लूसिव : संजय कुंवर की विश्व धरोहर फूलों की घाटी नेशनल पार्क से खास रिपोर्ट
विश्व प्राकृतिक धरोहर और जोशीमठ के उच्च हिमालय लोकपाल घाटी में मौजूद अपनी दुर्लभ जैव विविधता के लिए मशहूर फूलों की घाटी नेशनल पार्क में विंटर की दस्तक शुरू हो गई है। शीतकाल शुरू होने से घाटी का अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। घाटी 31 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए बन्द होगी। आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कैसे ब्रिटिश पर्वतारोही और बोटनिस्ट फ्रैंक स्मिथ की खोजी इस दुर्लभ घाटी में विंटर सीजन के आगाज से प्रकृति की अलग ही छटा बिखरी हुई है। घाटी की सैर कर जोशीमठ लौटे हैदराबाद के श्री निवासन का कहना है कि टिपरा ग्लेशियर,रतवन पीक, कुंठ खाल का मनोरम दृश्य के साथ घाटी का आलिंगन कर शांत बहती पुष्पवती नदी का शोर मानों सबकुछ भुला देने को काफी है।घाटी में पुष्पों की क्यारियां तो नहीं दिख रही लेकिन घाटी का अलौकिक सौंदर्य और आध्यात्मिक शांति के साथ प्रकृति के साथ आत्मसात करने के लिए यह बेहतर समय माना जाता है। जिसको महसूस करने के लिए अभी भी प्रकृति प्रेमी घाटी में दस्तक दे रहे हैं।
31 अक्तूबर तक ही कर सकेंगे फूलों की घाटी का दीदार
अभी तक 20 हजार 800 प्रकृति प्रेमी पर्यटक विश्व धरोहर फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान की सैर कर चुके हैं।
इस साल भी पर्यटक विश्व धरोहर फूलों की घाटी नेशनल पार्क के दीदार 31 अक्तूबर तक ही कर सकेंगे। 31 अक्तूबर से घाटी सैलानियों के लिए बंद हो जाएगी। इस सीजन में अब तक घाटी में 20 हजार 800 पर्यटक पहुंच चुके हैं। पार्क प्रशासन को इस साल अभी तक लाखों का राजस्व भी प्राप्त हुआ है।
एक जून को खुली फूलों की घाटी में अब विंटर की दस्तक होने से गिनी चुनी पुष्पों की प्रजातियां नजर आ रही हैं। 31 अक्तूबर के बाद यहां किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी।