जोशीमठ
आतंकी भालू को ट्रैकुलाईज कर पकड़ने की मिली ईजाजत, चिड़ियापुर रेंज के डॉ०अमित ध्यानी को मिली जिम्मेदारी
जोशीमठ नगर और रविग्राम परसारी, मारबाड़ी,सहित विभिन्न वार्डो मे भालुओं के द्वारा मानव वन्य जीव संघर्ष की घटना गठित की जा रही है,जिसके चलते नगर छेत्र के लोगों द्वारा भालुओं को आबादी क्षेत्र से दूर करने सहित पकड़ने की माँग की जा रही। वहीं अब तक भालू द्वारा कई लोगों को घायल करने के बाद मामला और बिगड़ने लगा है। जिसको लेकर आक्रोशित क्षेत्र के लोग पार्क कार्यालय का भी घेराव कर चुके हैं। अब भालू के नगर क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में घुसने की खबरे आने से नगर के लोगो में भारी दहशत और विभाग के प्रति आक्रोश चरम पर है।
इसको देखते हुए DFO नंदादेवी द्वारा आगे से किसी भी अप्रिय घटना को रोकने बावत उक्त भालू को पकड़ने के लिए ट्रैकुलाईज की अनुमति चाही गई है। बताया जा रहा कि जोशीमठ क्षेत्र में अभी किसी भी पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा किसी भी भालू को ट्रैकुलाईज नही किया गया लिहाजा अब हरिद्वार वन प्रभाग के चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर में तैनात डॉ०अमित ध्यानी को इस कार्य हेतु अनुरोध किया गया है।अब जोशीमठ की जनता को इस भालू से निजात दिलाने बावत वन्य जीव अधिनियम 1972 यथा संसोधित 2006 की धारा 11(1) ब के प्रदत्त अधिकारों के तहत उक्त भालू को पकड़ने हेतु ट्रैकुलाईन करने की अनुमति मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तराखंड द्वारा सशर्त उपवन संरक्षक नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ को दी गई है।