बंड क्षेत्र के किरूली गाँव में चारों ओर नजर आ रहे हैं तबाही के मंजर,4 दिन से अंधेरे में डूबा है पूरा गांव
गांव की पेयजल लाइन के 80 पाइप बह गए,
पहली बार देखा ग्रामीणों ने बारिश का ये रौद्र रूप
भूस्खलन की जद में आया किरूली गांव, गाँव में पेयजल आपूर्ति और बिजली बहाल करने की लगाई गुहार।
पीपलकोटी
रविवार और सोमवार को हुई भारी बारिश ने बंड क्षेत्र के किरूली गांव में बडे पैमाने पर तबाही मचाई। मौसम साफ होने के बाद गांव में चारों ओर तबाही के मंजर नजर आ रहे हैं। किरूली गाँव अब भूस्खलन की जद में आ गया है। गांव की पेयजल लाइन के 80 फाइप बह गये हैं और बिजली की लाइन ध्वस्त हो गयी है जिस कारण पूरा गांव 4 दिन से अंधेरे में डूबा हुआ है। ग्रामीणों की सैकड़ों नाली कृर्षि भूमि भूस्खलन की भेंट चढ गयी है। बादल फटने के बाद गांव का पूरा जंगल तबाह हो गया है। जंगल और गांव के सम्पर्क मार्ग तहस नहस हो गए हैं जबकि गांव तक पहुंचने के आवागमन के सभी रास्ते बंद है।
भारी बारिश ने गांव के जगत सिंह नेगी, अब्बल सिंह बिष्ट, ताजबर सिंह बिष्ट, रोशन सिंह बिष्ट के आवासीय मकान और गोशालाओं को भारी नुकसान पहुंचाया है। गांव को जोडने वाली एकमात्र गडोरा किरूली सडक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है। जिससे गांव में राशन, कैरोसिन, गैस, सब्जियों की आपूर्ति पूर्ण रूप से बंद हो गईं है। जिस कारण ग्रामीण बेहद चिंतित है। अभी बारिश का पूरा एक महीना बाकी है ऐसे में आने वाले दिन बेहद मुश्किलों भरे हो सकते हैं। खासतौर पर बुजुर्गों, बीमार व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं को आपातकालीन स्थिति में अस्पताल ले जाना बेहद कठिनाइयों भरा हो सकता है।
किरूली गाँव के ताजबर सिंह, प्रकाश सिंह, नवीन, अरविंद, अजय, महाबीर, प्रेम सिंह ने शासन प्रशासन से किरूली गांव में हुए नुकसान का सर्वेक्षण करने और मुआवजा देने की मांग की है तथा तत्काल पेयजल और बिजली सुचारू करने की मांग की है।