पांडुकेश्वर : उद्धवजी और कुबेरजी अपनी शीतकालीन गद्दीस्थल पर हुए विराजमान
संजय कुंवर,पांडुकेश्वर
शीतकाल के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भगवान के बालसखा उद्धवजी व देवताओं के खजांची कुबेरजी पांडुकेश्वर में अपनी शीतकालीन गद्दी पर विराजमान हो गए।
उद्धवजी योग-ध्यान बदरी मंदिर और कुबेरजी अपने मंदिर में विराजमान हुए। जबकि,आद्य शंकराचार्य की गद्दी सोमवार को जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर पहुंचेगी।
रविवार को पूजा-अर्चना के बाद उद्धव, कुबेरजी और शंकराचार्य गद्दी बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी आचार्य राधा कृष्ण थपलियाल की अगुआई में पांडुकेश्वर पहुंची। यहां स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही यात्रियों ने पुष्प वर्षा कर देव प्रतीकों का स्वागत किया।
पूजा-अर्चना के बाद कुबेरजी की मूर्ति को कुबेर मंदिर और उद्धवजी की मूर्ति को योग-ध्यान बदरी मंदिर के गर्भगृह में प्रतिष्ठापित किया गया। अब छह माह तक उनकी शीतकालीन पूजाएं यहीं संपन्न होंगी। आद्य शंकराचार्य की गद्दी सोमवार सुबह पूजा-अर्चना के बाद जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर के लिए प्रस्थान करेगी। यहीं छह माह गद्दी की पूजा होती है।