पांडुकेश्वर :कैसे रहेंगे पैनखंडा के लोग खुशहाल जब चारधाम यात्रा ठप्प, बदरीपुरी के लोग है बेहाल : राजेंद्र भंडारी
संजय कुँवर पांडुकेश्वर/जोशीमठ
जोशीमठ विकास खण्ड के नीति माणा घाटी के सात दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत आज पांडुनगरी पांडुकेश्वर पहुँचे पूर्व कैबिनेट मन्त्री। राजेंद्र सिंह ने कहा की क्षेत्र में खुशहाली आयेगी कहाँ से जब बदरी पुरी और यहाँ के लोग ही खुश हाल नही हैं। दो वर्षों से कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन ने पैनखंडा वासियों की पूरी आर्थिकी की कमर तोड़ रखी है। उस पर वर्तमान प्रदेश सरकार का चारधाम यात्रा को बन्द रखना और देवस्थानम बोर्ड की आड में परम्पराओं की आह्वेलना करना हक हकूक धारियों,तीर्थ पुरोहितो,स्थानीय व्यापारियों और होटल,कारोबारियों की आजीविका से खिलवाड किया हुआ है। जब भगवान बदरी केदार के दर पर ही खुशहाली हरियाली नही है तो हमारी खुश हाली समृद्धि कहाँ से आयेगी।राजेंद्र भंडारी बोले की चारधाम यात्रा मार्ग पर लोग दुकान खोले है।घोड़ा,खच्चर् लेकर बैठे है। तुलसी माला, प्रसाद, दुग्ध व्यवसाय, होटल,ढ़ाबा खोले खाली हाथ बैठे है। हजारों लोगों का रोजगार जुड़ा है।
यात्रा से क्या सरकार के कान बहरे हैं शायद।यात्रा बन्द होने से घर – घर के चूल्हे प्रभावित हुए है। नौजवान परेशान है देश दुनिया से वापस लौट कर घर पर खाली बैठा है स्थानीय ग्रामीण राजेश मेहता बोले की सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। सरकार का दोहरा चरित्र सबके सामने है बगल में फूलों की घाटी, हेमकुंड पर्यटकों के लिए खोले गए है तो बद्रीनाथ माणा के पर्यटक स्थलों को लेकर कोरोना संक्रमण की याद कैसे आ जाती है,स्थानीय लोगों ने सरकार पर आरोप लगाया की बद्रीनाथ धाम में कुछ माह पहले एक साधू नें सरकार को मजबूर कर बद्रीनाथ जी के दर्शन करने की माँग मनवाइ लेकिन वही हम बद्रीनाथ धाम के स्थानीय लोगों को आज तक बद्रीनाथ जी के दर्शनों से सरकार नें वंचित किया हुआ है। क्या बदरीनाथ जी के दर्शन करने से कोरोना फैलता क्या जवाब दे सरकार। इससे पूर्व पूर्व मन्त्री राजेंद्र भंडारी का पांडुकेश्वर के चोपता प्रांगण में पहुँचने पर लोगों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। ग्रामीणों का कहना था की पूर्व केबिनेट मन्त्री राजेंद्र भंडारी ऐसे समय में पांडुनगरी पहुँचे जब लोग यात्रा ठप्प होने से बेरोजगारी और कारोबार ठप्प होने के चलते भूखमरी की कगार पर पहुँचने को हैं ! लेकिन प्रदेश सरकार को हमारी सुध लेने की नही पड़ी है,जिसका जवाब सरकार को 2022 में चारधाम यात्रा से जुड़े लाखों परिवारों के आँसू जरूर मिलकर जवाब देंगे बस इंतजार करें।