गोपेश्वर : गैंडा को मारकर पांडवों ने नकुल द्वारा अलकनंदा नदी में दिया पांडु राजा का तर्पण। सभी पांडवों ने अलकनंदा नदी में पितृ मोक्ष के लिए गंगा स्नान किया। पंडित शिव प्रसाद खाली द्वारा नदी में पांडु राजा का पिंड बनाकर नकुल द्वारा तर्पण दिया गया। तर्पण दे कर पांडव केदार धाम पर यात्रा गये थे। वहीं से बदीनाथ सतोपंथ मोक्ष द्वार पहुंचे। इस अवसर पर गांव से बाहर निवास कर रहे गजपाल सिंह नेगी ने इस पांडव लीला का सभी ग्राम वासियों को कोटि कोटि नमन किया और आज के इस नये दौर को देखकर महिला मंगल दल, युवक मंगल दल का आभार व्यक्त किया। कहा कि इन्हीं नौजवानों के हाथों में हमारे गाँवों की संस्कृति है जो कि पूवर्जों से आ रही। यह रीति रिवाज प्रथा निभा रहे हैं। आज भी उन युवकों महिलाओं को कहा कि आने वाली पीढ़ी के बच्चों को पुरानी रीति रिवाज की प्रथा को कभी ना भूलें। कम्यार गांव के देवेन्द सिंह रावत ने महाभारत की घटना को अपने जागरों द्वारा सभी क्षेत्र के गांवों का मन मोह लिया। इस अवसर पर ग्राम किलोंडी नारायण से 8 किलोमीटर नंगे पांव पैदल आकर अलकनंदा नदी आकर पांडव नृत्यों के साथ गंगा स्नान किया। गांव के युवक महिलाओं ने भी गंगा स्नान करने पांडव पृतो की पूजा की इस अवसर पर ग्राम प्रधान दीपक असवाल, कुलदीप सिंह, शिशुपाल सिंह, सुधीर, धनसिंह, कलयसिंह, राकेश सिंह, कुन्दन सिंह, अवतार सिंह, रणजीत सिंह, सुरजीत, विक्रम, प्रेमसिंह, सोवत सिंह, दीवान सिंह, शिवसिंह, हरीसिंह, हरी रावत, महिला मंगल एवं युवक मंगल दल इस लीला के कार्यक्रम में अलकनंदा नदी में शामिल थे।
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Fri Nov 4 , 2022