पलायन आयोग ने रिंगाल मैन राजेन्द्र बड़वाल को किया सम्मानित
पीपलकोटी
ग्राम्य विकास एव पलायन निवारण आयोग ने पौड़ी में आयोजित दो दिवसीय ग्रामीण स्वरोजगार कार्यशाला में रिंगाल मैन राजेन्द्र बड़वाल के स्वरोजगार कार्य को सराहा और उन्हें प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित भी किया।
गौरतलब है कि सीमांत जनपद चमोली के दशोली ब्लाॅक के किरूली गांव निवासी राजेंद्र बड़वाल विगत 16 सालों से अपने पिताजी दरमानी बड़वाल जी के साथ मिलकर हस्तशिल्प का कार्य कर रहें हैं। उनके पिताजी पिछले 47 सालों से हस्तशिल्प का कार्य करते आ रहें हैं। राजेन्द्र पिछले छह सालों से रिंगाल के परम्परागत उत्पादों के साथ – साथ नए- नए प्रयोग कर इन्हें मार्डन लुक देकर नए डिजाइन तैयार कर रहे हैं। उनके द्वारा बनाई गयी रिंगाल की छंतोली, मोनाल, मोर, ढोल दमाऊ, हुडका, लैंप शेड, लालटेन, गैस, टोकरी, फूलदान, घौंसला, पेन होल्डर, फुलारी टोकरी, चाय ट्रे, नमकीन ट्रे, डस्टबिन, फूलदान, टोपी, स्ट्रैं, वाटर बोतल, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, पशुपतिनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों के डिज़ायनों को लोगों नें बेहद पसंद किया। राजेन्द्र बडवाल की हस्तशिल्प के मुरीद उत्तराखंड में हीं नहीं बल्कि देश के विभिन्न प्रदेशों से लेकर विदेशों में बसे लोग भी है।