बच्चे ही सिखाएंगे बच्चों को लेखन के गुर: सारस्वत
केएस असवाल
गौचर : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर (चमोली) में पांच दिवसीय हस्तलेखन कार्यशाला आज से प्रारंभ हो गई है।
कार्यशाला में डीएलएड के प्रशिक्षुओं और स्थानीय विद्यालयों के कक्षा चार से नौ तक पढ़ने वाले बच्चों को सम्मिलित किया गया है। कार्यशाला में मुख्य संदर्भ दाता राजकीय जूनियर हाई स्कूल करुली , बागेश्वर के प्रधानाध्यापक नरेंद्र गोस्वामी हैं l उनके साथ राज्य स्तरीय खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के सुलेख प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा पावनी खेतवाल, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले गौरव जोशी, नैतिक, सौम्या और अभय भी संदर्भदाता के रूप में प्रतिभाग कर रहे हैं।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर ( चमोली) के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा कि राजकीय जूनियर हाई स्कूल करुली बागेश्वर लेखन में पूरे प्रदेश के लिए नजीर है, इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक नरेंद्र गोस्वामी की प्रतिभा का लाभ सभी को मिलना चाहिए , इसलिए यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है, इस कार्यशाला में बच्चे ही बच्चों को लेखन के गुर सिखाएंगे। प्राचार्य आकाश सारस्वत ने यह भी बताया कि विद्यालयों के अनुश्रवण करने पर यह देखा गया है कि अधिकांश बच्चों की लिखावट अपठनीय है और उनकी वर्तनी में भी त्रुटियां हैं , इसे दूर करने के लिए भविष्य के अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है , यह भी जरूरी है कि जिला स्तरीय संस्थान का लाभ स्थानीय स्तर पर भी मिले इसलिए डीएलएड के प्रशिक्षुओं और स्थानीय बच्चों को इसमें सम्मिलित किया गया है। कार्यशाला में स्थानीय स्तर पर 120 बच्चे और डीएलएड के 39 प्रशिक्षु प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में संस्थान के वरिष्ठ संकाय सदस्य लखपत सिंह बर्त्वाल, भगत सिंह कंडवाल, सुबोध कुमार डिमरी, मनोज धपवाल, देवेंद्र बिष्ट, नंदन सिंह नेगी उपस्थित रहे, उद्घाटन सत्र का संचालन डॉक्टर कमलेश कुमार मिश्र ने किया।