मनुष्य को भव सागर से पार होने के लिए हर पल श्रीराम का स्मरण करना चाहिए : राधिका जोशी

Team PahadRaftar

लक्ष्मण नेगी

ऊखीमठ : भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में स्थानीय जनता के सहयोग से आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा में प्रति दिन सैकड़ों श्रद्धालु कथा श्रवण कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना कर रहे है। नौ दिवसीय श्रीराम कथा का समापन आगामी दस जुलाई को पूर्णाहुति के साथ होगा। श्रीराम कथा के छटवे दिन केदार घाटी की प्रसिद्ध कथावाचक राधिका जोशी केदारखण्डी ने श्रीराम कथा की महिमा का व्याखान करते हुए कहा कि बचपन में श्रीराम को कौशल्या व दशरथ राघव कहकर पुकारते थे। सीता के साथ विवाह करने के बाद राम सीताराम के नाम से विख्यात हुए तथा देवताओं ने राम को पतित पावन नाम से पुकारा है इसलिए रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम चौपाई का स्मरण करने से मनुष्य भव सागर से पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि राम परम ब्रह्म है मन, वचन कर्म से श्रीराम का स्मरण करना ही परमार्थ है। कथावाचक राधिका जोशी केदारखण्डी ने कहा कि 14 वर्षों का वनवास की अवधि व्यतीत करने के बाद श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से विख्यात हुए।

उन्होंने कहा कि राम की भक्ति का आदि व अन्त नहीं है इसलिए मनुष्य को भव सागर से पार होने के लिए हर पल श्रीराम का स्मरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम बडे़ दयालु है तथा क्षण मात्र उनके स्मरण करने से मनुष्य युग – युगान्तरों से लेकर जन्म – जन्मान्तरों से पापों से मुक्त हो जाता है। नौ दिवसीय श्रीराम कथा में स्वामी हरी हरानन्द , ऋर्षिराज व विवेक द्वारा संगीत पर साथ दिया जा रहा है जबकि नवीन जोशी द्वारा श्रीराम कथा का सीधा प्रसारण किया जा रहा है। नौ दिवसीय श्रीराम कथा में पूर्व विधायक / भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल , पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भट्ट, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सविता भण्डारी, जिला पंचायत सदस्य रीना बिष्ट, सामाजिक कार्यकर्ता खुशहाल नेगी सहित कई राम भक्तों ने कथा स्थल पहुंचकर कथा श्रवण किया! श्रीराम कथा के छटवे दिन विनोद जमलोकी, गिरीश सेमवाल, वेद प्रकाश जमलोकी, राजन सेमवाल सहित आयोजक मण्डल के पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि व सैकड़ों रामभक्त मौजूद रहे।

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