ऊखीमठ : भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ आगमन पर जीआईसी के खेल मैदान में आयोजित त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले के दूसरे दिन स्थानीय कलाकारों व विभिन्न विद्यालयों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जिसका दर्शकों ने देर सांय तक भरपूर लुफ्त उठाया। मंगलवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों व पुरूस्कार वितरण व खटी मीठी यादों के साथ त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले का समापन होगा। त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले के दूसरे दिन केन्द्रीय संचार ब्यूरो द्वारा आयोजित निबन्ध व पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले नौनिहालों व केदार घाटी में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 13 व्यक्तियों से समृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। जी आई सी के खेल मैदान में आयोजित त्रिदिवसीय मदमहेश्वर के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत के प्रतिनिधि मन्दाकिनी शरदोत्सव के महामंत्री हर्षवर्धन बेजवाल ने कहा कि मदमहेश्वर मेला धार्मिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक परम्पराओं को अपने आंचल में समेटे हुए है तथा देवभूमि उत्तराखंड में धार्मिक मेलों के आयोजन की परम्परा युगों से चली आ रही है। विशिष्ट अतिथि किशन चन्द्र अवस्थी ने कहा कि केदार घाटी में धार्मिक मेलों की अपनी विशिष्ट पहचान है। भाजपा जिला अध्यक्ष महावीर सिंह पंवार ने कहा कि शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार व पर्यटन विभाग निरन्तर प्रयासरत है
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भटट् ने कहा कि भगवान मदमहेश्वर के ऊखीमठ आगमन पर लगने वाला मदमहेश्वर मेले की परम्परा प्राचीन है। बाल संरक्षण आयोग सदस्य वाचस्पति सेमवाल ने कहा कि धार्मिक मेलों के संरक्षण व संवर्धन के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष शकुन्तला जगवाण ने कहा कि धार्मिक मेलों के आयोजन से क्षेत्र में खुशहाली बनी रहती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत ने कहा कि धार्मिक मेलों के आयोजन से युवा पीढ़ी को अपने जीवन पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा मिलती है। मेला समिति अध्यक्ष / नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया, जबकि मेले का संचालन प्रधान किमाणा सन्दीप पुष्वाण ने किया! मेले के दूसरे दिन जागर गायिका रामेश्वरी भटट् ने भगवान श्रीकृष्ण की लीला पर आधारित जागर बाला भगवान से किया जबकि तन्वी सामाजिक संस्था कोटद्वार के कलाकारों ने देश भक्ति, जीवन्ती देवी खोयाल ने कविता पाठ, प्रधान रासी कुन्ती ने धार्मिक भजन तथा एम एल पब्लिक स्कूल, जैक्सवीन, जी आई सी, जवाहर नवोदय विद्यालय, नवीन आदर्श चिल्ड्रन एकेडमी गुप्तकाशी, जी आई सी दैडा़ व रासी सहित विभिन्न विद्यालयों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। इस मौके पर मेला सचिव प्रकाश रावत, तीलू रौतेली पुरुष्कार सम्मानित गीता रावत, जिला पंचायत सदस्य रीना बिष्ट, कार्तिक स्वामी मन्दिर समिति उपाध्यक्ष बिक्रम नेगी, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कुवरी बर्त्वाल,पूर्व कनिष्ठ प्रमुख रमेश बेजवाल, प्रधान विजयपाल नेगी, हर्षवर्धन सेमवाल, योगेन्द्र नेगी, अरविन्द रावत, सरोज भटट्, दिव्या राणा , महावीर पंवार, गुड्डी राणा, राजेश्वरी देवी, प्रताप राणा, क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद सेमवाल, भाजपा चोपता मण्डल अध्यक्ष गम्भीर बिष्ट, प्रदीप सेमवाल, रीना अग्रवाल, विजय लक्ष्मी पंवार किरण शुक्ला, अंजना रावत, हरिहर रावत, सहित मेला समिति पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि , विभिन्न विद्यालयों के नौनिहाल व ग्रामीण मौजूद थे।