ऊखीमठ। कार्तिक स्वामी मन्दिर समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष शत्रुध्न नेगी की अध्यक्षता में कनकचौरी में समपन्न हुई। बैठक में भगवान कार्तिक स्वामी के कुम्भ स्नान व जून माह में होने वाले महायज्ञ व पुराणवाचन की तिथि घोषित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 25 अप्रैल को भगवान कार्तिक स्वामी हरिद्वार में 12 वर्षों बाद आयोजित कुम्भ में स्नान करेगें तथा 26 अप्रैल को भगवान कार्तिक स्वामी की वापसी होगी। भगवान कार्तिक स्वामी की हरिद्वार कुम्भ स्नान के सफल संचालन के लिए विभिन्न समितियों का गठन कर समिति के पदाधिकारियों व ग्रामीणों को जिम्मेदारियां दी गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 22 अप्रैल को क्रौच पर्वत तीर्थ में विद्वान आचार्यों द्वारा पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न की जायेगी तथा कुम्भ स्नान में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालु क्रौच पर्वत पहुंचेंगे। 23 अप्रैल को विशेष पूजा अर्चना के बाद भगवान कार्तिक स्वामी की कुम्भ यात्रा कार्तिक स्वामी तीर्थ से रवाना होकर कनकचौरी पहुंचेगी तथा भगवान कार्तिक स्वामी की मूर्तियां रथ में विराजमान होकर हरिद्वार के लिए रवाना होगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि भगवान कार्तिक स्वामी की कुम्भ यात्रा कनकचौरी, घिमतोली, खडपतियाखाल, चोपता, दुर्गाधार, मयकोटी, सतेराखाल, रुद्रप्रयाग, धारी देवी यात्रा पड़ावों पर श्रदालुओं को आशीष देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए श्रीनगर पहुंचेगी तथा 24 अप्रैल को श्रीनगर से रवाना होकर रधुनाथ मन्दिर देवप्रयाग में दर्शन के बाद द्वितीय रात्रि प्रवास के लिए हरिद्वार पहुंचेगी। 25 अप्रैल को हरिद्वार में कुम्भ स्नान करने के बाद रात्रि प्रवास हरिद्वार में होगा तथा 26 अप्रैल को हरिद्वार से रवाना होकर रात्रि प्रवास अगस्तयमुनि में होगा तथा 27 अप्रैल से 1 जून तक भगवान कार्तिक स्वामी का प्रवास अगस्तयमुनि में रहेगा तथा 2 जून से 4 जून तक भगवान कार्तिक स्वामी विभिन्न गांवों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष देंगे। 5 जून को भगवान कार्तिक स्वामी की यात्रा के क्रौच पर्वत तीर्थ पहुंचने पर 11 दिवसीय महाशिवपुराण वाचन व महायज्ञ का श्रीगणेश होगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 5 जून से शुरू होने वाले महायज्ञ व महशिवपुराण वाचन में 14 जून को भव्य जल कलश यात्रा निकाली जायेगी तथा 15 जून को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन होगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कुम्भ स्नान व महायज्ञ में प्रदेश सरकार द्वारा गाइडलाइन का विशेष ध्यान रखा जायेगा। इस मौके पर प्रबन्धक पूर्ण सिंह नेगी, उपाध्यक्ष बिक्रम सिंह नेगी, सचिव बलराम सिंह नेगी, सह सचिव रघुवीर सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष चन्द्र सिंह नेगी, अधिवक्ता गजपाल सिंह रावत, अर्जुन सिंह नेगी, सुदर्शन राणा, नन्दुपुरी, वासुदेव थपलियाल, सुधीर नौटियाल, डी एस बर्तवाल, रमेश नेगी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, जगमोहन करासी, दीपक नेगी, क्षेपस मीना देवी, विजया देवी, दाताराम काण्डपाल, हेमा देवी, सूरजी देवी, मंजू देवी सहित समिति के पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद रहे।