आज उर्गमघाटी में राजकीय इंटर कॉलेज उर्गम के छात्र-छात्राओं के द्वारा एनएसएस स्वयं सेवकों ने सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के खिलाफ जागरूकता अभियान का संचालन किया गया। बच्चों के द्वारा पर्यटन क्षेत्र कल्पेश्वर घाटी में निर्माणाधीन ,होटल ,रेस्टोरेंट दुकानों तथा ढाबों में जाकर के दुकानदारों से अपील की वे प्लास्टिक का प्रयोग बंद कर दें। प्लास्टिक से पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है मनुष्य ही नहीं जीव जंतु पर भी इसका दुष्प्रभाव देखा गया है। पर्यावरण के लिए सबसे बडे दुश्मन के रूप में प्लास्टिक के परित्याग के लिए बच्चों के द्वारा रैली का आयोजन किया गया।
एनएसएस के स्वयंसेवकों ने 2 कुंतल से अधिक प्लास्टिक कचरा इकट्ठा किया गया। स्थानीय लोगों से भी प्लास्टिक की पनिया थैलियां, प्लास्टिक बोतल का उपयोग कम से कम करें और उन्हें कूड़ेदान में डालें, लोग कपड़े की थैलियों का प्रयोग करें ।इस मौके पर एनएसएस की प्रभारी दीपा मैधुली ने कहा कि हमारा प्रयास है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी लोग स्वच्छता को बढ़ावा दें। इस रैली में
जनदेश संस्था के संस्थापक लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवकों का उद्देश्य है कि समाज में चेतना के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता के प्रति लोगों को मुख्यधारा में सम्मिलित करना सभी दुकानदारों को अपने अपने दुकानों में कूड़ा दान रखना चाहिए। जिसमें ठोस और तरल अपशिष्ट के लिए अलग-अलग कूड़ा दान का प्रयोग कर वातावरण को स्वच्छ बनाने में अपना अमूल्य सहयोग करना चाहिए। यह क्षेत्र पंच केदार का क्षेत्र है यहां तीर्थाटन पर्यटन की अपार संभावनाएं अभी से हमें प्लास्टिक के प्रति सचेत होने की आवश्यकता है जिससे कि जैव विविधता सुरक्षित रह सके। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव दिखाई देने लगे हैं मुख्य रूप से मौसम परिवर्तन भी एक अहम हिस्सा है निरंतर अवर्षण बाढ़ भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही है जो चिंता का विषय है समय रहते हुए जागरूक होने की आवश्यकता है।