भगवान बदरीविशाल की पंच पूजाओं के अंतर्गत खडग पुस्तक पूजन हुआ। शीतकाल के लिए अब वेद ऋचाओं का पाठ बंद हो जाएगा।
खडग पुस्तक पूजन के बाद भंडार गृह में रखा गया। अब वेद उपनिषदों को सम्मानपूर्वक उचित स्थान पर रखने के बाद उनका वाचन बंद कर दिया गया है। इस अवसर पर रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, सुनील तिवारी, डा.हरीश गौड़, कृपाल सनवाल सहित तीर्थयात्री मौजूद रहे। गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत पंच पूजाओं के पहले दिन 16 नवंबर को श्री गणेश जी की पूजाएं, शाम को गणेश जी के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गए। 17 नवंबर को श्री आदि केदारेश्वर भगवान के कपाट बंद हुए। अब खडग पुस्तक को भंडार में रख दिया गया है। कल आज माता लक्ष्मी जी का आहवानन एवं कढ़ाई भोग चढ़ाया जाएगा। 20 नवंबर शनिवार को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।