केएस असवाल गौचर
क्षेत्र में हुई पहली ही मूसलाधार बारिश ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा बनाई जा रही आलवेदर सड़क के निर्माण कार्यों की पोल खोल कर रख दी है। नालियों का निर्माण न होने से कई दुकानों में पानी भरने से दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
सरकार भले ही आलवेदर सड़क को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट मानकर चल रही हो लेकिन जिस प्रकार से सड़क चौड़ीकरण के समय बरसात के पानी की निकासी का ख्याल नहीं रखा गया है, तेज़ मोड़ों को सीधा करने में लापरवाही बरती गई है। इससे यह सड़क दुकानदारों ही नहीं बल्कि राहगीरों के लिए भी परेशानी का सबब बन गई है। प्राधिकरण द्वारा मुख्य बाजार में सड़क के दोनों ओर नाली का निर्माण किया जाना था। लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी एक ओर की नाली का निर्माण कार्य शुरू ही नहीं किया गया है।एक ओर जो नाली बनाई भी गई है उसे सड़क से ऊंची रखने से बरसात का पानी सड़क में जमा होकर तालाब का रुप धारण कर रहा है यही नहीं स्थति यहां तक पहुंच गई कि बरसात का पानी दुकानों के अंदर घुस रहा है। सीमा सड़क संगठन के अधिकारी मेस से लेकर मुख्य बाजार तक एक जैसी स्थिति बनी हुई है।कई लोगों की जान लेने वाले अधिकारी मेस के सामने वाले तीब्र मोड़ को सीधा तक नहीं किया गया है। जबकि इस मोड़ को सीधा करने के लिए भारी भरकम पेड़ भी काट दिए गए थे। शुक्रवार देर शाम हुई मूसलाधार बारिश ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कार्यों पोल खोल कर रख दी है। सड़क के जगह जगह तालाब का रुप धारण करने से जहां लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं कई दुकानों में पानी भरने की सूचना भी है। दुकानदार महेश मिश्रा का कहना है कि दूनागिरी क्षेत्र में बरसात के समय पैदल चल रहे लोगों के साथ घटना घटने से बच गई।खुशाल सिंह असवाल का कहना है कि नाली न होने से बरसात का पानी उनकी दुकान के अंदर घुस गया था। व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल का कहना है मुख्य बाजार में पहले जैसी नाली बनाने का शासन प्रशासन से लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों से कई बार निवेदन किया गया लेकिन किसी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।