प्रकृति पर्यटन एवं नेचर तीन दिवसीय जागरूकता कार्यशाला संपन्न
रिपोर्ट रघुबीर नेगी
उर्गमघाटी की ग्राम पंचायत देव ग्राम में प्रकृति पर्यटन एवं नेचर जागरूकता कार्यशाला में नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व के निदेशक पंकज कुमार ने युवाओं को किया संबोधित करते हुए प्रकृति पर्यटन के विभिन्न विषयों पर युवाओं के साथ चर्चा की।
प्रकृति पर्यटन एवं नेचर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क ,जनदेश संस्था संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया प्रशिक्षण के समापन अवसर पर तृतीय दिवस में नंदा देवी बायोस्फियर रिज़र्व के निदेशक पंकज कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर युवाओं को संबोधित किया और कहा कि अपने क्षेत्र के पर्यटन आधारित कार्यक्रमों का नियोजन करने की तकनीक और उसके प्रचार-प्रसार उसके संसाधन उपलब्ध कराने के बारे में विस्तार से जानकारी दी उन्होंने कहा कि हमें गंभीरता से अपने क्षेत्र के विषयों को जानना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रकृति पर्यटन आधारित उर्गमघाटी में काफी संभावना है और प्रतिभागियों के द्वारा ट्रैक रूटों के बारे में विस्तार पूर्वक अभ्यास किया है।
उससे मुझे खुशी हुई इसके अलावा उन्होंने पंच केदार और पंच बद्री के बारे में कहा कि यह क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसको पूरी दुनिया के लोग देखने आते हैं। इस अवसर पर प्रतिभागियों के द्वारा निदेशक से अपने क्षेत्र की समस्याओं को भी रखा लोगों ने जंगली जानवरों के द्वारा खेती नुकसान की बारे में विस्तार से बात रखी। जिसमें निदेशक ने कहा कि हमें परंपरागत ज्ञान आधारित भी जंगली जानवरों को भगाने के लिए उन उपायों पर भी विचार करना होगा और सरकारी स्तर पर भी हम प्रयास करेंगे। इस अवसर पर निदेशक को युवाओं के द्वारा अंग वस्त्र भेंट , पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया । इस अवसर पर तीन दिनों के अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों के बारे में जनदेश संस्था के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी के द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई ।
इस मौके पर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के प्रभागीय वनाधिकारी वी वी मार्तोलिया ने कहा कि फसल नुकसान का मुआवजा विभाग के द्वारा दिया जाता है किंतु विभाग के पास में बहुत कम संसाधन होते हैं और यह जटिल प्रक्रिया होने के कारण लोगों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे विभाग के द्वारा सुअर रोधी दीवार निर्माण का काम भी किया गया है और उन्होंने कहा कि इसके बारे में लगातार रिसर्च किया जा रहा है किस तरह से फसल नुकसान को रोका जाए, इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों के द्वारा अपने तीन दिनों के अंतर्गत किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी निदेशक को दी साथ ही टूर ऑपरेटरों ने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क और केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के द्वारा ट्रैक रूटों के लिए अलग-अलग अनुमति के संबंध में भी चर्चा हुई जिसमें निदेशक पंकज कुमार ने कहा कि दोनों विभाग आपस में वार्ताकार इसका समाधान ढूंढने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर पूर्व प्रधान दुलभ सिंह रावत ने कहां की जानकारी से लोगों को लाभ होता है आपस में संवाद से कई तरह का लाभ मिलता है उन्होंने कहा कि ट्रैकिंग पर्यटन तीर्थाटन के विकास के लिए राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ हमारे लोगों को लेना चाहिए। देवेंद्र सिंह रावत पूर्व प्रधान देवग्राम ने कहा कि हमारे लोग पहले शिक्षित नहीं थे किंतु उन्हें व्यवहारी ज्ञान था और वे हमसे ज्यादा बुद्धिमान थे।
अभिजीत प्रकाश ने कहा कि हम लोगों ने तीन दिन में अपने पूरे क्षेत्र की विकास की एक रुप रेखा तैयार किया है और इस पर यदि हम काम करेंगे तो लोगों को इसका लाभ मिलेगा। कुलदीप कुमार ने कहा कि बाहर के लोगों को जमीन नहीं बेचनी चाहिए जमीन का लाभ स्थानीय लोगों को लेना चाहिए। रघुवीर सिंह चौहान ने कहा कि लोगों के द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का जो विचार आया बहुत अच्छा है इससे स्थानी लोगों को लाभ मिलेगा। राजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हम लोगों का भविष्य के लिए जो कार्य योजना बनाई गई है सभी होमस्टे वाले अपना फेसबुक आईडी ईमेल आईडी वेबसाइट प्रचार प्रसार के लिए बोर्ड बनाने का काम करेंगे और यहां के मेले त्योहारों के बारे में अधिक से अधिक प्रचार करेंगे। ज्योर्तिमठ के रेंज अधिकारी गौरव नेगी, वन बीट अधिकारी देवचंद, के अलावा अन्य लोगों उपस्थित थे। वन पंचायत सरपंच ल्यारी थैणा प्रकाश प़ंवार, यशवंत नेगी, लक्ष्मण सिंह, उजागर सिंह, सतीश सिंह, दीपक चौहान, प्रदीप नेगी राकेश कंडवाल, हर्षवर्धन सिंह कंडवाल, कुलदीप चौहान संदीप चौहान और जयदीप भट्ट, लक्ष्मण सजवाण, वीरेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र सिंह रावत, यूट्यूब ब्लॉगर डेविड, अभिजीत अभिजीत प्रकाश, धवल पांडे, चंद्र मोहन सिंह पवांर, नंदीकुंड टूर एंड ट्रैवल के रघुवीर सिंह नेगी आदि लोगों उपस्थित रहे।