नंदानगर : बैरासकुण्ड में मिलेट मिशन कार्यशाला एवं परम्परागत कृषि विकास योजनान्तर्गत जैविक कृषि मेले का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख भारती फरस्वाण ने इसी तरह कार्यक्रम अन्य क्षेत्रों में करने की मांग की, जिससे कृषक मोटे अनाज का उत्पादन करने को प्रोत्साहित होंगे और विपणन में भी आसानी होगी ।
मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य ने मोटे अनाज के महत्व जिसमें मण्डुवा, झंगोरा, रामदाना आदि के औषधीय गुणों के बारे में तथा परम्परागत विधि से मोटे अनाज के उत्पादन की जानकारी कृषकों को दी। कार्यक्रम में उद्यान, पशुपालन, मत्स्य एवं विभिन्न जैविक उत्पाद समूहों द्वारा स्टॉल लगाए गए। कार्यक्रम में उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, ग्राम्य विकास द्वारा एनआरएलएम समूहों को जानकारी दी गई। साथ ही सहायक निबन्धक ने कृषकों को बताया कि वर्तमान में संचालित मिलेट मिशन योजनान्तर्गत मण्डुवा, सोयाबीन झंगोरा आदि का जनपद में स्थापित 08 विक्रय केन्द्रों के माध्यम से 31 जनवरी तक क्रय किया जा रहा है जिसमें मण्डुवा 35 रुपये 78 पैसे प्रति किग्रा की दर से कृषकों से क्रय किया जा रहा है।
कार्यक्रम में ग्राम प्रधान बैंरों श्रीमती रमा देवी, क्षेत्रवासी, सीएचओ तेजपाल सिंह, एपीडी महेश कुमार, सुरेन्द्र कुमार, योगेश रूवाली सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।