माउंट त्रिशूल हिमस्खलन हादसा, इंडियन नेवी पर्वतारोही दल के 4 सदस्यों के पार्थिव शरीर हेली से नेवल सेंटर रवाना,रेस्क्यू जारी
माउंट त्रिशूल पर्वत फतह करने गए इंडियन नेवी पर्वतारोही दल के 4 जवानों के शव को NIM भारतीय सेना और इंडियन एयर फोर्स के संयुक्त रेस्कयू अभियान के बाद बरामद कर होमकुंड बेस कैंप लाया गया। जहाँ से आज सेना के हेली से नौ सेना के इन चारों पर्वतारोही के पार्थिव शरीर को नेवी सेंटर भेज दिया गया है।बचाव कार्यों में मदद हेतु हवास (हाई एल्टिट्यूड वारफेर स्कूल) गुलमर्ग कश्मीर से विशेष टीम बाकी सदस्यों के रेस्क्यू अभियान हेतु मौके पर पहुँच गई है। आज इन पर्वतारोही जवानों के पार्थिव शरीर को बेस केम्प से सीधा हेली द्वारा नेवल सेंटर भेज दिया गया है। जहाँ से पार्थिव शरीर सीधा उनके घर भेज दिये जायेंगे। शुक्रवार की सुबह 7,110 मीटर ऊँचे माउंट त्रिशूल पीक के कैंम्प 3 के पास एक बड़े एवंलाच हादसे का शिकार हो गए थे 6 पर्वतारोही।
जिन पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीर मिल चुके उनके नाम लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम हैं।
बताया जा रहा कि माउंट त्रिशूल चोटी फतह के लिए गई मुंबई की 13 वर्षीय काम्या कार्तिकेयन भी अपने पिता के साथ बेस कैम्प में सुरक्षित हैं। एवलांच आने के बाद सुरक्षा बलों ने काम्या व नौ सेना के जवानों को सुरक्षित बचा लिया गया। 01 अक्टूबर को सुबह पांच बजे बर्फीला तूफान आया तो कैम्प 3 में इंडियन नेवी के कैंप में अफरा-तफरी मच गई। कई जवान हताहत हुए। 13 वर्षीय काम्या भी त्रिशूल चोटी से महज 500 मीटर की दूरी पर बैस कैंप में थी।