माणा : माता मूर्ति का भगवान बदरी नारायण से भावपूर्ण मिलन,माता मूर्ति उत्सव में श्रद्धालुओं की आंखें हुए नम
संजय कुंवर माणा बदरीनाथ
माता मूर्ति से भगवान श्री बदरी नारायण का भावपूर्ण मिलन माता पुत्र का भाव पूर्ण मिलन आप यहां माणा बदरीनाथ धाम से इन तस्वीरों में देख सकते हैं।
दरअसल आज भाद्रपद वामन द्वादशी पर देश के अंतिम सरहदी गांव माणा में भगवान श्री बदरी विशाल का अपनी मां देवी मूर्ति से भावपूर्ण मिलन हुआ। माता पुत्र के इस स्नेहिल दृश्य को देख माता मूर्ति मंदिर में मौजूद हजारों श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गई।
प्रत्येक वर्ष बदरी पुरी में माता मूर्ति देव उत्सव का आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि धाम के कपाट बंद होने पर भगवान श्री हरि नारायण जी की पूजा का दायित्व देवताओं का होता है। जिस कारण भगवान अपनी मां मूर्ति से नहीं मिल पाते। उनकी यह इच्छा यात्राकाल में आज के दिन भाद्रपद वामन द्वादशी तिथि को पूरी होती है। इस दिन भगवान अपनी मां देवी मूर्ति के पास जाकर उनका आशीर्वाद लेते हैं। इसी देविक परंपरा का निर्वाहन करने के लिए बुधवार सुबह नौ बजे भगवान बदरी विशाल को बाल भोग लगने के बाद बदरीनाथ मंदिर से भगवान नारायण की गद्दी और उनके प्रतिनिधि उद्धव जी की उत्सव डोली माणा गांव के पास माता मूर्ति मंदिर के लिए रवाना हुई।
डोली गाजे-बाजों के साथ धाम से आगे साढ़े तीन किमी दूर आस्था पथ पर माता मूर्ति मंदिर पहुंची। मंदिर में बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी की मौजूदगी में धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल व वेदपाठियों नेवेद मंत्रोच्चार के बीच माता मूर्ति व उद्धवजी की पूजा-अर्चना की। साथ ही अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी चलते रहे। दोपहर का महा प्रसाद भोग के बाद दोपहर बाद भगवान नारायण की डोली वापस श्री बद्रीनाथ मंदिर में लौट आईं जिसके बाद एक बार फिर श्रधालुओं के लिए भगवान बदरी विशाल के कपाट खोल दिए गए।