माणा : बर्फबारी के बीच 19000 फिट ऊँचे दुरूह हिडन पास गुप्तखाल को तीसरी बार पार कर गये उत्तरकाशी के पथारोही विनोद पंवार
बद्रीनाथ धाम सहित सीमांत क्षेत्र के उच्च हिमालयी इलाकों में कुछ दिनों से हो रही बर्फबारी और बारिश थमनें के बाद अब मौसम खुशगवार हो चला है। जिसके चलते हाई एल्टीट्यूड क्षेत्र में ट्रैकरों की आवाजाही होने लगी है। इस बीच चमोली जिले के दुरूह हिमालयी ट्रैकिंग दर्रों में एक 19000 फिट से ऊपर के हिडन गमशाली गुप्तखाल-बद्रीनाथ ट्वीन्स पास को तीसरी बार सफलता पूर्वक पार कर जोशीमठ लौटे उत्तरकाशी के क्रिसटल एड्वेंचर के साहसिक पथरोही विनोद पंवार ने बताया कि उनके ट्रेकिंग दल ने 6 सितंबर को जोशीमठ गमशाली से ट्रैक शुरू किया और खराब मौसम बर्फबारी से जूझते हुए
आखिर सभी लोगों ने गुप्त खाल में तिरंगा फहराया।और सकुशल बदरीनाथ जोशीमठ पहुँचे,इस ट्रैकिंग दल को सपोर्ट दे रहे स्थानीय एडवेंचर टूर ओप्रेटर एडवेंचर ट्रैकिंग कम्पनी के संतोष कुँवर ने बताया की अभियान दल क्रिस्टल एडवेंचर उत्तरकाशी के प्रमुख माउंटेन गाईड और तीन बार गुप्त खाल पार करने वाले साहसिक युवा विनोद पंवार की अगवाई में 15 ट्रैकर हिड्न पास गुप्त खाल पार कर सकुशल लौट आये हैं।दल एडी उडियार,रक्त वन,बाँन कुंड, गुप्त खाल पास 19000 फिट नागथुनी ग्लेशियर मूसापानी होते हुए 15 सितंबर को सकुशल माणा बद्रीनाथ पहुँचा,
55 किलोमीटर लम्बे इस खतरनाक ट्रैक को पार करने में दल को 10 दिन लगे,वही गुप्त खाल को ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक स्मिथ के बाद 7 दशक बाद 2010 में दिल्ली और बेंगलोर के संयुक्त भारतीय ट्रैकिंग दल ने इस खतरनाक पास को पार किया और पहला भारतीय दल बना था,जिसके मुख्य गाइड भी विनोद पंवार थे।वही 2019 में भी दूसरी बार उत्तरकाशी के इस जोशीले साहसिक युवा विनोद पंवार को गुप्त खाल पार करने का मौका मिला और इसबार 13 सितंबर 2021 को बर्फबारी के बीच एक बार फिर विनोद पंवार गुप्त खाल को फतह कर तिरंगा फहराने में कामयाब रहे।