रिपोर्ट रघुबीर नेगी
दक्षिण काली पंचधारा उर्गम घाटी जहां लगता है महाकाली को लेंगूड़े का भोग
मां दक्षिण काली का मन्दिर उर्गम घाटी की ल्यांरी थैंणा ग्राम पंचायत में जहां पहुंचने पर महाकाली भी शान्त हो गयी थी यहां पर मां काली की सात्विक पूजा होती है।
लोक मान्यता है कि जब मां काली ने कोलकाता से इस स्थान पर आयी और देखा कि महादेव की नगरी में तो सब सात्विक लोग हैं इतने में उन्हें निद्रा आ गयी और इसी स्थान पर शांत रुप में विराजमान हो गयी। तब से इस स्थान पर मां काली की सात्विक रूप से पूजा अर्चना होती है। हर रोग दुःख दरिद्र को मा काली हर लेती है।
हर वर्ष वैशाख माह में यहां पर लेंगूडा का भोग लगता है लेंगूड़ा पर्वतीय अंचलों में होने वाली स्वाद से भरपूर सब्जी है जिसमें आयोडीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है पंचधारा के पास पंचेश्वर महादेव का मन्दिर भी है ।
उर्गम घाटी में फसल कटाई से पूर्व सर्वप्रथम दक्षिण काली की पूजा होती है मां दक्षिण काली महामारी से भक्तों की रक्षा करती है, मेला कमेटी उर्गम घाटी द्वारा भूमि क्षेत्र पाल घंटाकर्ण के सानिध्य में दक्षिण काली की पूजा सम्पन की गयी। मां काली ने सुख समृद्धि, रक्षा, खुशहाली और महामारी से मुक्ति का वचन दिया। आज से उर्गम घाटी में फसल कटाई की धार्मिक परम्परा प्रारम्भ हो गयी मां दक्षिण काली आप सभी की रक्षा करें।