ऊखीमठ : मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत फापज बरसाल में आगामी 26 अक्टूबर से 33 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का शुभारंभ विधि – विधान व युगों से आ रही पौराणिक परम्पराओं के साथ किया जायेगा। पाण्डव नृत्य के सफल आयोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन कर ग्रामीणों को जिम्मेदारियां दी गयी है तथा पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्रों का नव निर्माण किया गया है। गाँव में 33 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का आयोजन होने से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है। पाण्डव नृत्य के दौरान पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्र पाण्डव चौक लाना, मौरू नारेण कौथिक, गौणा कौथिक, हाथी कौथिक, पैय्या डाली कौथिक व गंगा स्नान सहित अनेक परम्पराओं का निर्वहन किया जायेगा। पाण्डव नृत्य में पाण्डव का गंगा स्नान के दौरान पर्यटक स्थल देवरिया ताल भ्रमण मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगा। सभी आयोजनों के लिए आने वाले दिनों में पंचाग गणना के अनुसार तिथियाँ घोषित की जायेगी। जानकारी देते हुए प्रधान पुष्पा पुष्वाण ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत फापज बरसाल में 33 वर्षों बाद आयोजित होने वाले पाण्डव नृत्य के सफल आयोजन के लिए पाण्डव नृत्य कमेटी का गठन करते हुए संरक्षक वन पंचायत सरपंच कुवर सिंह नेगी, राजेन्द्र सिंह नेगी, अध्यक्ष दर्शन सिंह पुष्वाण, उपाध्यक्ष दर्शन सिंह नेगी, नत्थी सिंह राणा, सचिव, अनिल सिंह नेगी, रघुवीर सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष वीरबल सिंह नेगी को बनाया गया है जबकि नव युवक मंगल दल अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह राणा व महिला मंगल दल अध्यक्ष कमला देवी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है! उन्होंने बताया कि शिव सिंह नेगी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, रघुवीर सिंह नेगी, दलीप सिंह नेगी, शिव सिंह पंवार, नारायण सिंह रावत, रघुवीर सिंह राणा, फते सिंह नेगी, राय सिंह राणा, उदय सिंह राणा, रणवीर सिंह राणा, पूर्ण सिंह नेगी,जीतपाल सिंह नेगी, कुंवर सिंह राणा को स्वागत समिति की जिम्मेदारी दी गयी है।
बदरीनाथ: प्रकाश पर्व दीपावली पर सुसज्जित बदरीनाथ धाम, अबतक सोलह लाख पैंतीस हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन - संजय कुंवर
Sun Oct 23 , 2022