दशजूला की मां चंडिका देवी आजकल देवारा यात्रा पर चन्द्रशिला पट्टी के गांवो के भ्रमण पर है, कई गांवो के भ्रमण के बाद शुक्रवार को रात्रि प्रवास के लिये काण्डई (चन्द्रशिला) गांव पहुंची गांव की महिला और पुरुष मां के स्वागत के लिये नंदाकुंड तक गये और मां के जयकारो के साथ पुष्प वर्षा के साथ मां चंडिका को अपने गांव में लाये ,शाम को पंडित हरिबल्लभ सती सहित अन्य ब्राहमणो ने मां चंडिका की पूजा अर्चना की तत्पश्चात आरती उतारने के बाद गांवों की महिलाओं ने आधी रात तक भजन कीर्तन कर पूरे गांव के वातावरण को भक्तिमय बना दिया ,रात को देवी के पश्वाओ ने सुन्दर नृत्य कर ग्रामीणो का मनोरंजन किया ।
शनिवार सुबह ब्राहमणो द्वारा मां चंडिका की पूजा अर्चना कर श्रृंगार व हवन पूजा की गयी,इसके बाद ग्रामीणों ने अर्घलगाकर आर्शीवाद मांगकर चंडिका को रडुवा गांव के लिये विदा किया।इस अवसर पूरे गांव में चहल पहल रही, धियाडियां व मेहमान दूर दूर से मां चंडिका के दर्शन करने गांव पहुंचे थे। ग्रामीणों व धियाडियो और मेहमानों ने मां चंडिका को चुन्नी चढ़ाकर भेंट अर्पित की, और अपनी रिद्धि-सिद्धि और खुशहाली कामना की। उसके बाद मां चण्डिका ने रडुवा गांव के लिए प्रस्थान किया।वहीं रडुवा के ग्रामीण भी मां चंडिका के स्वागत लिये आधे रास्ते तक आये और गांजे बाजे के साथ मां चंडिका को अपने गांव ले गये ,इस अवसर पर मां दशजूला चंडिका देवरा समिति के अध्यक्ष हीरा सिंह विष्ट, पंडित हरिबललभ सती, सन्तोष जग्गी, नरेन्द्र रावत ,कालिका प्रसाद काण्डपाल, सतवीर जग्गी, विक्रम राणा ,तेजपाल नेगी, धर्मेन्द्र नेगी, सन्तोष नेगी, प्रधान नवीन राणा, भगत भण्डारी, सुबेदार ध्यान सिंह नेगी ,भरत नेगी, मंगल सिंह राणा, सुबेदार अनुसुइया राणा, देवेन्द्र राणा, भीमराव सिंह राणा, बलवीर सिंह राणा ,पद्म सिंह राणा, अबबल सिंह राणा, देवेन्द्र नेगी सुरेन्द्र नेगी, मदन भण्डारी ,गोविन्द सिंह भण्डारी, विजय प्रसाद किमोठी, रमेश किमोठी, मायाराम किमोठी, दिनेश किमोठी, डा0 भास्करानंद किमोठी, बीना किमोठी, अनूप किमोठी, अनुसुया किमोठी, सहित तमाम ग्रामीण मौजूद थे ।