लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज के क्षतिग्रस्त सड़कों को जल्द सुचारु करने के दावों की चमोली जिले में पोल खुल रही है। अक्टूबर माह में हुई बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त घाट नंदप्रयाग सड़क को विभाग अभी तक नहीं सुधार पाया है। ग्वाला गांव के निकट काणा घटताल में सडक की स्थिति सबसे खतरनाक बनी हुई है।
सितंबर माह में बरसात के दौरान चमोली जिले में 80 से अधिक सड़कें दीवारें टूटने से क्षतिग्रस्त व मलबा आने से बाधित हुई थी। तब लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज ने जल्द से जल्द ग्रामीण सड़कों को खाेलने के निर्देश निर्माण विभागों को देते हुए समय सीमा भी तय की थी। परंतु चमोली जिले में बरसात के दौरान क्षतिग्रस्त 20 से अधिक सड़कें अभी भी जानलेवा बनी हुई है। अधिकतर सड़कों की दीवारें व पुश्तूे टूटे हुए हैं। घाट नंदप्रयाग सड़क इसका उदाहरण मात्र है। इस सड़क से दर्जनों गांवों को यातायात सुविधा का लाभ मिलता है। काणा घटताल में भी सड़क का पुश्ता टूट गया था। उसके बाद वाहन चालकों ने अस्थाई रूप से सड़क के ऊपरी छोर को चौड़ा कर वाहनों की आवाजाही सुचारु कराई। इस दौरान लोनिवि कर्णप्रयाग से कई बार शिकायत भी की गई। परंतु अभी तक यहां पर एक दीवार का निर्माण न होने से वाहनों की आवाजाही जान जोखिम में डालकर हो रही है। स्थानीय निवासी मनोज कठैत, दीपक रतूड़ी, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण बिष्ट सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने तत्काल सड़क पर क्षतिग्रस्त दीवारों की मरम्मत किए जाने की मांग की है।