बदरीनाथ : भू-बैकुंठ धाम में बर्फबारी और भूख से तड़पते पशुधनों को चौहान ग्रुप के सहयोग से निचले क्षेत्रों में छोड़ा गया
भू – बैकुंठ धाम श्री बदरीनाथ के कपाट शीतकाल हेतु बन्द हैं। ऐसे में बदरीपुरी में सिवाय सेना और मंदिर सुरक्षा कर्मियों,पुलिस के अलावा अन्य जन सामान्य लोगों का बिना एसडीएम जोशीमठ की विशेष अनुमति पत्र प्रवेश वर्जित है। लेकिन बैकुंठ धाम में बड़ी विडम्बना देखने को मिल रही है। कपाट बन्द होते ही जहाँ आम जन और बदरी क्षेत्र के स्थानीय निवासी अपने मूल आवासों की और लौट आये लेकिन कुछ निष्ठुर स्वभाव के लोग अपने पशुधनों को बर्फबारी और ठण्ड में बदरीनाथ धाम में ही भूखे प्यासे भगवान भरोसे छोड दिया गया है।
जो आजकल बदरीपुरी में भूख और ठण्ड से तड़पने को मजबूर हैं। इन बेजुबाँन मवेशियों की दुर्दशा देख बदरीनाथ धाम में फंसे पशुधनों को परोपकारी चौहान ग्रुप के सहयोग से बदरीनाथ क्षेत्र से हनुमानचट्टी के नीचे भेज दिया गया है।बताया जा रहा कि बर्फबारी से पूर्व नगर पंचायत,पुलिस व देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा सभी पशु धनों को बदरी पुरी से नीचे छोड़ा गया था, लेकिन पशु धनों के मालिकों द्वारा इन्हें फिर से बदरीनाथ क्षेत्र में छोड़ दिया गया। जिनके भी ये बेसहाय पशुधन है सभी लोगों से पहाड़ रफ्तार समाचार का अनुरोध है कि मानवता अपनाए और भू – बैकुंठ धाम की मर्यादा बनाये रखें। अनावश्यक पशु धनों को बदरीनाथ क्षेत्र में यूं भूखों मरने को छोड़ पाप के भागी न बनें। बदरीनाथ क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने पर आपके पशु धन को हानि हो सकती है।