आइटीबीपी गौचर द्वारा दुआ गांव में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित

Team PahadRaftar

केएस असवाल

लोकपर्व हरेला पर आइटीबीपी, गौचर के हिमवीरों द्वारा स्थानीय गौचर कस्बा व दुवा गांव में वृक्षारोपण करके पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश।

गौचर :  हफीजुल्लाह सिद्दीकी सेनानी, 8वीं वाहिनी, आईटीबीपी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में पर्यावरण संरक्षण के रूप में उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध त्योहार लोकपर्व हरेला पर आइटीबीपी के तत्वावधान में हीरा राम उप सेनानी 8वीं वाहिनी की अध्यक्षता में 02 अधिकारियों व 26 हिमवीर जवानों की गठित टीम तथा श्रीमती अंजु बिष्ट, नगरपालिका चैयरमेन गौचर के सानिध्य में स्थानीय कस्बा गौचर में तथा दुवा गांव की स्थानीय जनता के सहयोग से व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों के द्वारा हर्षोल्लास के साथ भाग लिया गया तथा गौचर कस्बे में 200 पेड़ तथा दुवा गांव में 250 पौधों का रोपण किया गया।

वृक्षारोपण के उपरान्त पर उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हीरा राम उप सेनानी के द्वारा उपस्थित स्थानीय नागरिकों को संबोधित करते हुए बताया कि पर्यावरण का हम सभी के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है। पर्यावरण के बिना मानव का भविष्य सुरक्षित नहीं रह सकता है। पर्यावरण से ही हमारा अस्तित्व है अर्थात पर्यावरण से ही हम बने हैं ना कि हमसे पर्यावरण बना है। लेकिन बड़ी विडंबना की बात है कि आज मानव स्वयं तक ही सीमित रह गया है। आज आधुनिक युग में मानव दिन दोगुनी व रात चौगुनी रफ्तार से जीवन में प्रगति कर रहा है, लेकिन मानव तनिक भी पर्यावरण की चिंता नहीं कर रहा है। अर्थात आज हर वैश्विक मानव आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। आज इसी स्वार्थपरता के चलते ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रहा है जो कि विश्व समुदाय के लिए बड़ा ही चिंता का विषय है। आज मानव व विज्ञान की प्रगति आसमान को छू रही है परन्तु इसी रफ्तार से पर्यावरण को क्षति भी पहुंच रही है। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा वर्ष 2021 में संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में ग्लासगो में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन COP26 में वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुए आह्वाहन किया है कि हमें वैश्विक स्तर पर यह प्रण करना होगा कि हमें सामुदायिक तौर पर हमें पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली (Life Style for Environment) का निर्माण करना होगा ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें। हमारे लिए बडे ही गर्व की बात है कि उत्तराखण्ड का यह त्योहार हरेला पर्व प्रत्येक उत्तराखण्ड के निवासी की पर्यावरण के प्रति जीवन शैली का प्रतिबिंब है जिसमें आप सभी शामिल है। हमारा यह त्योहार विश्व समुदाय के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है। अब मैं उपस्थित समस्त नागरिकों को लोकपर्व हरेला की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।आईटीबीपी की इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्थानीय नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता तथा नागरिकों व देश के वर्दीधारी सैनिकों के बीच में पारस्परिक सौहार्द की भावना का विकास करना है।

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