लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : क्षेत्र में लगभग 42 घण्टों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन खासा प्रभावित हो गया है।
मन्दाकिनी नदी सहित सहायक नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ने से नदी किनारे बसें ग्रामीणों की रातों की नींद खो चुकी है। लिंक मोटर मार्गों पर जगह – जगह भूस्खलन होने से मोटर मार्गों पर सफर करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। तुंगनाथ घाटी में आपदा का खासा असर देखने को मिल रहा है। ग्राम पंचायत उषाणा के ताला तोक में निरन्तर भूस्खलन जारी है जबकि ताला – दुर्गाधार मोटर मार्ग पर आकाशकामिनी नदी पर बने लोहे के गार्डर पुल का पुस्ता ढहने से पुल खतरे की जद में आ गया है। आकाशकामिनी नदी के उफान में आने से काश्तकारों की कई हेक्टेयर सिंचित व असिंचित भूमि भूस्खलन की भेंट चढ़ गयी है। आकाशकामिनी नदी सहित गाड़ गदेरों के उफान में आने के कारण ग्रामीण खौफजदा है। पापडी तोक के निचले हिस्से में भूस्खलन होने के दर्जनों परिवार खतरे की जद में आ गये हैं। पापडी के ग्रामीणों द्वारा लम्बे समय से विस्थापन की मांग करते आ रहें हैं मगर आज तक पापडी तोक के आपदा प्रभावितों का विस्थापन न होने से कई दर्जनों परिवार जीवन व मौत के सांये में दिन गुजारने के लिए विवश बने हुए हैं। आसमान में बादलों के छाने से ग्रामीणों की रातों की नींद हराम हो जाती है। कुण्ड – चोपता नेशनल हाईवे पर जगह – जगह भूस्खलन होने तथा मलवा आने से नेशनल हाईवे पर सफर करना जोखिम भरा हो गया है। ग्राम पंचायत मक्कू के राजस्व ग्राम ग्वाड ढिलणा में कई स्थानों पर लम्बे समय से भूस्खलन होने से 30 परिवार खतरे की जद में है तथा आपदा प्रभावितों पर कभी भी प्रकृति का कहर बरस सकता है।
केदारनाथ यात्रा के यात्रा पड़ाव रामपुर में मूसलाधार बारिश के कारण राहुल नेगी व पंकज नेगी के ढाबे की पिछली सुरक्षा दीवाल ढहने तथा ढाबे में मलवा भरने से लाखों का नुकसान हो गया है। अगस्त मुनि विकासखण्ड के अन्तर्गत दशज्यूला क्षेत्र की ग्राम पंचायत क्यूडी मलास निवासी वेद प्रकाश रावत, संजय सिंह रावत, जगजीवन सिंह रावत के पांच कमरों वाले मकान के निचले हिस्से में भूस्खलन होने से मकान व गौशालाएं खतरे की जद में आ गयी हैं जबकि खेती व फसलों को भारी नुकसान हुआ है। क्यूजा घाटी के किणझाणी गाँव के निचले हिस्से में भी लगातार भूस्खलन जारी रहने से पांच दर्जन से अधिक परिवार खतरे की जद में हैं।