ऊखीमठ : केदारनाथ विधान सभा के अन्तर्गत विभिन्न गांवों, कस्बों व तीर्थ स्थलों को यातायात से जोड़ने के लिए शासन द्वारा 6 मोटर मार्गो के निर्माण के लिए प्रथम चरण की स्वीकृति मिलने पर जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज, प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा व केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत का आभार व्यक्त किया है। केदारनाथ विधान सभा के अन्तर्गत विकासखण्ड अगस्त मुनि के विभिन्न गांवों व तीर्थ स्थलों को यातायात से जोड़ने के लिए 6 मोटर मार्गो के निर्माण के लिए प्रथम चरण की स्वीकृति मिलने से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि 6 मोटर मार्गो के निर्माण होने से ग्रामीणों को यातायात सुविधा मिलने के साथ ही स्थानीय तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय में भी इजाफा होगा। विगत दिनों प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधाशु की ओर से जारी शासनादेश के अनुसार केदारनाथ विधान के अन्तर्गत अगस्त मुनि विकासखण्ड के विभिन्न गांवों को यातायात से जोड़ने के लिए प्रथम चरण की स्वीकृति मिली थी। विकासखण्ड अगस्त मुनि के अन्तर्गत राज्य योजना के अन्तर्गत सौरगढ – सौडभटगांव मोटर मार्ग से क्यार्क से बावई अति प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक मिक्सिंग लिंक का नव निर्माण, मणिगुह – स्याल डोभा – खाली मोटर मार्ग के खाल्यू से खमोली – पाटाधार, मवाधार – चामक, मणिगुह – स्याल डोभा – खाली मोटर मार्ग पर धूलचौरी बैण्ड – गबनी – थरडा तथा मुख्यमंत्री घोषणा के तहत रूमसी – भौसाल – चोपता मोटर मार्ग से चौण्ड – बौराधार तथा कार्तिक स्वामी तीर्थ को यातायात से जोड़ने के लिए प्रथम चरण की स्वीकृति मिलने पर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज, जनपद प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा व केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत का आभार व्यक्त किया है! भाजपा चोपता मण्डल महामंत्री अर्जुन सिंह नेगी का कहना है कि विकासखण्ड अगस्त मुनि के अन्तर्गत विभिन्न गांवों को यातायात से जोड़ने के लिए 6 मोटर मार्गो के प्रथम चरण की स्वीकृति मिलने का मुख्य श्रेय केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत का है क्योंकि केदारनाथ विधायक हमेशा क्षेत्र के विकास के लिए तथा हर क्षेत्र में फैली समस्याओं के निराकरण के लिए सघर्षरत है! सामाजिक कार्यकर्ता चन्दन सिंह नेगी का कहना है कि 6 मोटर मार्गो के प्रथम चरण की स्वीकृति मिलने से ग्रामीणों को यातायात सुविधा मुहैया होने के साथ – साथ स्थानीय तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय में भी इजाफा होगा।