ऊखीमठ : पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की प्रक्रिया रविवार को शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में भैरव पूजन के साथ शुरू हो गयी है। सोमवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से धाम रवाना होगी तथा प्रथम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी। जानकारी देते हुए प्रभारी कार्यधिकारी आर सी तिवारी सुपरवाइजर यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि रविवार देर सांय केदारनाथ यात्रा का आगाज भैरव पूजन के साथ हो गया है। बताया कि भैरवनाथ को केदार पुरी का क्षेत्र रक्षक माना जाता है तथा लोक मान्यताओं के अनुसार भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में भैरव पूजन के बाद भैरवनाथ केदार पुरी के लिए रवाना हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ब्राह्मणों की वेद ऋचाओं, आर्मी व स्थानीय वाध्य यंत्रों व श्रद्धालुओं की जयकारों के साथ ऊखीमठ से धाम के लिए रवाना होगी तथा विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीष देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मन्दिर पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि 3 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली द्वितीय रात्रि प्रवास के लिए फाटा 4 मई को गौरी माता मन्दिर गौरीकुण्ड पहुंचेगी तथा 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 6 मई को प्रातः 6 बजकर 25 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट जय केदार,जय शंकर के उदघोषों के साथ भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिये जायेगें।
बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ओंकारेश्वर मंदिर दर्शन हेतु उखीमठ पहुंचे, कुछ समय बाद केदार उत्सव डोली होगी रवाना - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ
Mon May 2 , 2022