ऊखीमठ : मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत फापज बरसाल में 33 वर्षों बाद व ग्राम पंचायत राऊलैंक में 13 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। पाण्डव नृत्य का आयोजन स्थानीय वाद्य यंत्रों की थाप व पौराणिक मांगलिक जागरों के साथ किया जा रहा है। पाण्डव नृत्य में पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्र पाण्डव चौक लाना, पाण्डवों का नगर भ्रमण कर ग्रामीणों को आशीर्वाद देना, गंगा स्नान के तहत पर्यटक स्थल देवरियाताल का भ्रमण करना , मधु गंगा स्नान , मौरू नारेण कौथिग, गौडा़ कौथिग,हाथी कौथिग सहित अनेक परम्पराओं का निर्वहन किया जायेगा। ग्राम पंचायत फापज बरसाल में 33 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है, तथा प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण पाण्डव नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं।
मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत राऊलैंक में 13 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का शुभारंभ विधि – विधान से किया गया। ग्राम पंचायत राऊलैंक में पाण्डव नृत्य के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए क्षेत्र पंचायत प्रमुख श्वेता पाण्डेय ने कहा कि केदार घाटी में पाण्डव नृत्य की परम्परा युगों पूर्व की है, तथा पाण्डव नृत्य के आयोजन से क्षेत्र में सुख समृद्धि बनी रहती है। ग्रामीणों में प्यार, प्रेम, सौहार्द व भाईचारा बना रहता है। विशिष्ट अतिथि प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत ने कहा कि पाण्डव नृत्य हमारी पौराणिक विरासत है इसलिए इसके संरक्षण व संवर्धन की सामूहिक पहल होनी चाहिए! कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधान कमलेन्द्र नेगी ने कहा कि केदार घाटी में पाण्डव नृत्य की विशिष्ट पहचान है। पाण्डव नृत्य कमेटी अध्यक्ष राकेश नेगी ने कहा कि पाण्डव नृत्य के आयोजन से क्षेत्र में खुशहाली बनी रहती है इसलिए समय – समय पर सभी ग्रामीणों के सहयोग से पाण्डव नृत्य का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य मुन्नी देवी, उपाध्याय श्रीधर लाल, नव युवक मंगल दल अध्यक्ष सन्दीप नेगी, महिला मंगल दल अध्यक्ष संजू देवी, सरपंच देखरेख समिति दलीप रावत, सरपंच वन पंचायत सूरज नेगी, सुरेन्द्र कोटवाल, शिव सिंह नेगी, बृजमोहन, अशोक रावत, बीरेन्द्र सिंह, पवन नेगी सहित पाण्डवों के पश्वा, पाण्डव नृत्य कमेटी पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद रहे।