ऊखीमठ। केदार घाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 8 घन्टों तक हुई मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त – व्यस्त हो गया है। मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों का जल स्तर उफान पर आने के कारण नदी किनारे बसे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। कई स्थानों पर भू-धंसाव जारी रहने से ग्रामीण जीवन व मौत के साये में दिन गुजारने को विवश बने हुए हैं। रुद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड हाईवे पर शेरसी के निकट मलवा आने से मोटर मार्ग पर लगभग चार घन्टे यातायात बाधित रहा जबकि अन्य मोटर मार्ग कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान हथेली पर रखकर आवाजाही करने पड़ रही है। सम्पूर्ण क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बारिश बारिश से ऊंचाई वाले इलाकों सहित निचले क्षेत्रों के तापमान में भी गिरावट महसूस होने लगी है।
बता दें कि केदार घाटी सहित सभी क्षेत्रों में गुरूवार देर रात को मूसलाधार बारिश शुरू हुई थी तथा शुक्रवार दोपहर तक मूसलाधार बारिश का क्रम जारी रहने से आम जनजीवन अस्त – व्यस्त हो गया है। मूसलाधार बारिश के कारण मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों का जल स्तर उफान में आने के कारण नदी किनारे बसे ग्रामीणों की चिन्ताये निरन्तर बढ़ती जा रही है। मूसलाधार बारिश के कारण रूद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड हाईवे पर शेरसी के निकट मलवा आने से मोटर मार्ग पर लगभग चार घन्टे यातायात बाधित रहा। जबकि गुप्तकाशी – कालीमठ – चौमासी तथा ऊखीमठ – उनियाणा – रासी मोटर मार्ग जगह – जगह कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान हथेली पर रखकर आवाजाही करने पड़ रही है। प्रधान रासी कुन्ती नेगी ने बताया कि मूसलाधार बारिश से ऊंचाई वाले इलाकों सहित निचले इलाकों के तापमान में भी गिरावट महसूस की जा रही है। मदमहेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट् ने बताया कि क्षेत्र में हुई बारिश से जन जीवन खासा प्रभावित हुआ है। प्रधान दैडा़ योगेन्द्र नेगी ने बताया कि मूसलाधार बारिश से कुण्ड – चोपता मोटर मार्ग पर पापड़ी के निचले हिस्से में भू-धंसाव जारी रहने से पापड़ी तोक के 18 परिवारों को खतरा बना हुआ है तथा 18 परिवारों पर कभी भी प्रकृति का कहर बरस सकता है।