केएस असवाल
कर्णप्रयाग : प्रदेश सरकार एक ओर 2025 तक देवभूमि में नशामुक्ति का संकल्प लिए हुए है। वहीं दूसरी ओर पहाड़ के छोटे-छोटे नगर क्षेत्र में भी शराब की दुकान खोलने में जुटी हुई है। जिससे लोगों में आक्रोश बना हुआ है।
कर्णप्रयाग विकासखंड के बदरीनाथ हाईवे से जुड़ा लंगासू में प्रशासन द्वारा शराब की दुकान खोल दी गई है। जिसकी भनक लगने पर ग्रामीणों ने इसका विरोध कर गुस्से में तोड़ – फोड़ भी की गई। जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर चंडिका देवी मंदिर से 100 मीटर दूरी पर शराब दुकान खोली गई है। वहीं किसी भी तरह का गतिरोध से बचने के लिए पुलिस संरक्षा में शराब बेची जा रही है। शराब के खिलाफ लंगासू क्षेत्र के लोगों का धरना-प्रदर्शन 20 वें दिन भी जारी है। न्यायालय के आदेश के बाद ग्रामीणों द्वारा शराब की दुकान से 100 मीटर दूरी पर शांति पूर्वक संवैधानिक रूप से धरना दिया जा रहा है। समाजसेवी अनिता डिमरी ने कहा कि क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से शराब की दुकान चंडिका देवी मंदिर से दूर खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जबतक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आज 20वें दिन बारिश के बीच भी ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन जारी रहा। स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क जैसे मूलभूत सुविधाएं तो पहाड़ में दे नहीं पा रही है और घर – घर शराब बेचकर युवा पीढ़ी को बर्बाद करने में तुली हुई है। प्रशासन राज्य सरकार के राजस्व की दुहाई देकर नगर – नगर में शराब की दुकान खोलने में जुटी है। इस अवसर पर आशा गोस्वामी, ज्योति मलेथा, देवेश्वरी गोस्वामी, दीपा नगवाल, मीना, बीना, दीपा गोस्वामी, प्रकाश चंद, प्रेम मेवाड़, विनोद, विजय भट्ट, अंजू भट्ट, प्रदीप भट्ट, प्रकाश माखुरी, पातली देवी 85 वर्ष, बिस्मिबरी देवी 88 वर्ष व विद्या देवी 70 वर्ष उपस्थित रहे।