ऊखीमठ : आगामी विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनावी समर में अपना भाग्य आजमा रहे सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह भी प्राप्त हो गये हैं मगर अल्प समय में आम मतदाता तक चुनाव चिन्ह पहुंचाना प्रत्याशियों के लिए चुनौती बनी हुई है तथा यातायात से अछूते गांवों में चुनाव चिन्ह पहुंचाने के साथ ही बूथ स्तर पर सेंधमारी करना प्रत्याशियों के लिए और भी मुश्किल हो गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यदि आगामी दो से पांच फरवरी तक मौसम के मिजाज बदलते है तो प्रत्याशियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। केदारनाथ विधानसभा सीट की बात करें तो इस विधानसभा सीट पर कुल 13 प्रत्याशी चुनावी समर में है तथा 14 फरवरी को सम्पन्न होने वाले राज्य के पांचवे विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है साथ ही चुनाव आयोग द्वारा 12 फरवरी शाम को चुनाव प्रचार पर विश्राम लगाने का फरमान जारी हो सकता है।14 फरवरी को सम्पन्न होने वाले विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान यदि 12 फरवरी शाम को थमता है तो प्रत्याशियों को मात्र 11 दिनों की अवधि में अपना चुनाव चिन्ह आम मतदाता तक पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है। विकासखंड ऊखीमठ की बात करें तो इस विकासखण्ड में आज भी तोषी, चिलौण्ड, स्यासू, ब्यूखी, जग्गी बगवान, बेडूला और गौण्डार गाँव यातायात से बंचित है। मात्र 11 दिनों की अवधि में इन गांवों के आम मतदाता तक अपना चुनाव चिन्ह पहुंचाने के साथ ही बूथ स्तर पर सेंधमारी करना सभी प्रत्याशियों के लिए चुनौती बनी हुई है। 31 जनवरी को निर्वाचन आयोग द्वारा सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद कार्यकर्ताओं द्वारा सभी गांवों में चुनाव चिन्ह पहुंचाने का अभियान जोर – शोर से शुरू हो गया है मगर 11 दिनों की अल्प अवधि में कार्यकर्ताओ द्वारा यातायात से अछूते गांवों में प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह आम मतदाता तक पहुंचाना अग्नि परीक्षा के समान है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी 2 फरवरी से पांच फरवरी तक मौसम के मिजाज बदलने की बात यदि सच हुई तथा सीमान्त गांवों में बर्फबारी का आगाज हुआ तो कार्यकर्ताओं के साथ प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ने की सम्भावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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Tue Feb 1 , 2022