नहीं रहे अक्षत नाट्य संस्था के रंगकर्मी व गढ़वाली टोपी के निर्माता कैलाश भट्ट
गोपेश्वर। अक्षत नाट्य संस्था के रंगकर्मी कैलाश भट्ट का आज दोपहर १:०० के लगभग निधन हो गया। भट्ट के निधन से अक्षत नाट्य संस्था के रंगमंच का बड़ा स्तम्भ ढह गया। हर भूमिका में अपना सौ फीसदी झोंक कर उस भूमिका को सजीव बना देने वाले भट्ट की मृत्यु पर पूरे गोपेश्वर नगर भावुक हुआ है। उनकी कला के प्रति इतनी श्रद्धा थी कि वे खुद के खर्चे पर गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के सांस्कृतिक प्रोग्रामों में हमेशा जाते रहते थे। यहाँ तक की नेगी जी के सिर पर जो ताज पहना होता है उसके निर्माता भी भट्ट ही थे। भट्ट जी की टोपी को कौन बनेगा करोड़पति के रंगमच पर भी देखी गई।
इस प्रकार गढ़वाली टोपी को खास पहचान दिलाने वाले गोपेश्वर के कैलाश भट्ट का आज आकस्मिक निधन हो गया है। उनके निधन पर अक्षत नाट्य संस्था गोपेश्वर के साथ ही हर कोई सख्श आंसू बहा रहा है। उनके असमय चले जाने से चमोली की सांस्कृतिक विरासत को भी गहरा धक्का पहुंचा है।
उत्तराखंड राज्य के महान कलाकार पहाडी़ टोपी के निर्माता और अक्षत नाट्य संस्था के उम्दा कलाकार एवं सबके अजीज मित्र कैलाश भट्ट अब हमारे बीच नहीं रहे। अक्षत नाट्य संस्था के निर्देशक विजय वशिष्ठ ने कहा कि कैलाश भट्ट के निधन का समाचार सुनकर उन्हें धक्का पहुंचा है और उन्होंने उनके प्रति भावुक मन से संवेदना व्यक्त की। कहा कि एक रंगकर्मी के मरने से एक समाज मरता है।