संजय कुंवर
घांघरिया/ जोशीमठ : हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर पसरे हिमखंड और ग्लेशियर का निरीक्षण करने गई टीम रामढुंगी से वापस लौटी आई।
उत्तराखंड के उच्च हिमालई लोकपाल घाटी में स्थित हिंदू सिक्ख धार्मिक आस्था का संगम प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री लोकपाल हेमकुंड साहिब के कपाट भी तीर्थयात्रियों के लिए आगामी 25 मई को खुलेंगे। यात्रा तैयारीयों को लेकर श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट व गोविन्द घाट पुलिस प्रशासन की एक संयुक्त टीम श्री गोविंद धाम तक के गुरु आस्था पथ के निरीक्षण के लिए रवाना हुई थी, लेकिन पुलना से आगे भ्यूंडार घाटी,राम ढुंगी क्षेत्र में भारी बर्फ और ग्लेशियर हिमखंड होने के कारण निरीक्षण करने गई टीम श्री हेमकुंड साहिब तक नहीं पहुंच सकी और गोविंदधाम से पहले ही भारी बर्फबारी और हिमखंडों के पैदल मार्ग पर पसरे होने के चलते राम ढुंगी ग्लेशियर से वापस लौट आई।
दरअसल इस बार मार्च माह में सक्रिय हुए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते हेमकुंड साहिब क्षेत्र लोकपाल घाटी में सबसे अधिक बर्फबारी हुई है। गुरुद्वार श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य सीनियर प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बार लोकपाल घाटी में भी भारी हिमपात हुआ है, जिसके चलते श्री हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर राम ढूँगी से पहले भ्यूंडार ब्रिज के आगे इस बार नया ग्लेशियर जोन सक्रिय हुआ है। यहां करीब 300 फीट तक का पैदल मार्ग पूरी तरह ग्लेशियर की चपेट में है। भ्यूंडार क्षेत्र से आगे कई जगहों पर यात्रा मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है। और अभी भारी हिमखंड /ग्लेशियर के आस्था पथ पर पसरे होने से यात्रा मार्ग का रास्ता बंद है। ऐसे में 13 मार्च के बाद ही मौसम खुलने पर आस्था पथ से फिलहाल गोविंद धाम घांघरिया तक की बर्फ हटाने का कार्य शुरू होने की उम्मीद है।