
औली :उच्च हिमालय में जलवायु परिवर्तन की आहट,दिसंबर की उल्टी गिनती शुरू गढ़वाल हिमालई पर्वत श्रंखला दिख रही बर्फ बिन सूनी सूनी
संजय कुंवर
चमोली जनपद की गढ़वाल हिमालई पर्वत श्रृंखलाएं बर्फबारी बिना इन दिनों पूरी तरह सूनी सूनी नजर आ रही है, जानकारों की माने तो कहीं न कहीं ये जलवायु परिवर्तन की दस्तक है।
दरअसल विंटर डेस्टिनेशन औली से प्रति दिन सैकड़ों पर्यटक 4किलोमीटर की पैदल हाईकिंग कर गोरसों टॉप के व्यू प्वाइंट गुलशन टॉप पहुंच कर गढ़वाल हिमालय के 360डिग्री पेनोरामिक व्यू का लुफ्त उठाने पहुंच रहे है तो ठीक सामने इन ऊंचे ऊंचे गंगन चुम्भी दरख्तों को जब पर्यटक निहार रहे है तो बिना बर्फ से ढके ये नंगे पहाड़ रूखे रूखे रंग के बेजार नजर आ रहे है बिना बर्फ के इनकी प्राकृतिक सुंदरता बेदम नजर आ रही है, यहां गुलशन टॉप से दिखने वाली गढ़वाल हिमालय की ये उच्च हिमालय की नन्दा देवी रेंज,त्रिशूल रेंज, सप्त श्रृंग हिम शिखर,जांस्कर घाटी की कामेंट,देव वन, विधान,ओती का डांडा,नीलगिरी, माणा,अभिगामिन,द्रोणागिरी घाटी,हाथी,घोड़ी,पालकी, स्लीपिंग लेडी पीक,एरा टॉप, सहित,चिनाप वैली की पर्वत श्रृंखला इन दिनों पूरी तरह बर्फ विहीन नजर आ रही है,दिसंबर माह में जहां इन पर्वत श्रृंखलाओं में लकदक बर्फ नजर आती थी वहीं इस बार गड़वाल उच्च हिमालय की इन पर्वत चोटियों को इंतजार है तो एक अदद वेस्टर्न डिस्टरबेंस का जिसके बाद ये हिमालयी पर्वत श्रृंखलाएं फिर से अपने शबाब पर होंगी, फिलहाल औली गोरसों बुग्याल का दीदार करने आने वाले सैकडो पर्यटकों को बर्फबारी के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा,और क्रिसमस के पर्व से पूर्व हुई हल्की बर्फबारी से हल्की सफेद चादर बिछी गोरसों बुग्याल में ही लुफ्त उठाना होगा।