जोशीमठ : विश्व धरोहर दिवस पर नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क द्वारा जोशीमठ और पुलना में विशेष जागरूकता गोष्ठी आयोजित

Team PahadRaftar

विश्व धरोहर दिवस : विविधता की खोज और उसका अनुभव करना है की थीम पर नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क द्वारा जोशीमठ और पुलना में विशेष जागरूकता गोष्ठी

संजय कुंवर 

जोशीमठ : विश्व विरासत दिवस के अवसर पर आज वर्ल्ड हैरिटेज नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ और फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क गोविंद घाट रेंज, और EDC भ्यूडार के संयुक्त तत्वावधान में जोशीमठ और पुलना भ्यूडार गांव में “विश्व विरासत दिवस जागरूकता गोष्ठी” आयोजित कर स्कूली बच्चों और विश्व धरोहर फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क के मेजबान गांव पुलना के ग्रामीणों के साथ वर्ल्ड हैरिटेज डे सेलिब्रेट किया। जोशीमठ में जहां नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन की ओर से वन क्षेत्राधिकारी गौरव नेगी के दिशा निर्देशन में विद्या मंदिर इंटर कालेज में जागरूकता गोष्ठी हुई, जिसमे रेंजर गौरव नेगी ने बच्चों को वर्ल्ड हैरिटेज डे को मनाने का मकसद सहित क्षेत्र के विश्व धरोहर स्थल और उसमे पाए जाने वाले वन्य जीव, जंतुओं दुर्लभ प्रजाति के जीवों, संरक्षित क्षेत्र जैव विविधता को लेकर जागरूक किया, तो दूसरी ओर लोकपाल घाटी के पुलना गांव में जहां फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क की वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल,वन दरोगा अनूप कुमार सहित पार्क प्रशासन के कर्मियों ने लोगो को विश्व विरासत दिवस की थीम सहित इसके उद्देश्य को लेकर चर्चा की,वहीं पार्क के संरक्षण को लेकर ग्रामीणों से सुझाव भी मांगे,गोष्टी में ईको डेवलपमेट कमेटी भ्यूडार के पधाधिकारीयों,वन पंचायत, ग्राम पंचायत, के पधाधिकारी गणों शिव राज चौहान प्रधान पुलना भ्यूडार,सतीश चौहान, भूपेंद्र सिंह वन सरपंच,भ्यूडार, जसवीर मेहता वन सरपंच पांडुकेश्वर,भरत सिंह चौहान, संजय चौहान, अपने अनुभव साझा किए और सुझाव दिए, और पार्क प्रशासन को सुझाव दिया की फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क में पहले जैसे चुगान पर लगा प्रतिबंध हटाया जाए तो घाटी में फिर से निखार आ सकता है और खर पतवार प्रजातियों के खात्मे और दुर्लभ पुष्प प्रजातियों को खुल कर अपने प्राकृतिक आवास में खिलने के लिए चुगान शुरू कराना जरूरी है।


दरअसल वर्ल्ड हेरिटेज डे यानि विश्व विरासत दिवस की स्थापना आम लोगों को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के महत्व को बताने के लिए की गई. प्रत्येक वर्ष आज ही के दिन 18 अप्रैल को वर्ल्ड हेरिटेज डे को सेलिब्रेट किया जाता है. हर साल 18 अप्रैल का दिन दुनियाभर में World Heritage Day के रूप में मनाया जाता है जिसका मकसद देश में मौजूद सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों को संरक्षण प्रदान करना है क्योंकि ये धरोहरें ही आगे आने वाली पीढ़ियों को अतीत की मानव सभ्यता से जोड़ने का काम करती हैं।

फिलहाल दुनियाभर में कुल 1199 हेरिटेज साइट्स हैं। जिनमें भारत में 42 विश्व धरोहर स्थल हैं। इनमें से, 34 सांस्कृतिक हैं, सात प्राकृतिक हैं, और एक, कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान , मिश्रित प्रकार का है। उत्तराखंड की बात करें तो भारत में मौजूद 42 विश्व विरासत स्थलों में उत्तराखंड में नंदा देवी नेशनल पार्क और फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क उत्तराखंड में मौजूद हैं.जबकि, उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ प्रखंड के सलूड डुंगरा गांव का प्रसिद्ध पारंपरिक सांस्कृतिक उत्सव “रम्माण” को सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किया गया है.
वहीं इन धरोहर छेत्र के आस पास के गांवों और नगरों में लोगों को विश्व धरोहर के प्रति जिज्ञासा बढ़ाने और इसके संरक्षण के लिए सहयोग करने के उद्देश्य को लेकर हर साल इस दिन को एक नए थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल वर्ल्ड हेरिटेज डे की थीम है-विविधता की खोज और उसका अनुभव करना है।दुनियाभर में कुल 1199 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स है। जिनमें 933 सांस्कृतिक स्थल हैं, 227 प्राकृतिक स्थल हैं और 39 मिश्रित स्थल हैं। वहीं 56 धरोहर स्थल खतरे की लिस्ट में शामिल हैं।

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