श्री हेमकुंड साहिब के आस्था पथ में पड़ी बर्फ हटाने के लिए सेना की टुकडी रवाना
संजय कुंवर गोविंदघाट
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के तत्वावधान में गुरुद्वारा श्री गोविंद घाट में पहुंची भारतीय सेना की टुकड़ी आज श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की उपस्थिति में पवित्र अरदास के बाद गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के सेवादारों के साथ गोविंद धाम घांघरिया के लिए रवाना हो गई। सेना की यह टुकड़ी हेमकुंड साहिब आस्था पथ पर बर्फ कटान का कार्य कर रास्ता बनाएगी।
यात्रा श्री हेमकुण्ट साहिब 2024 इस वर्ष 25 मई से प्रारंभ हो रही है। यात्रा की तैयारियों में मुख्य कार्य यात्रा पथ से बर्फ को हटाने का होता है। यह सेवा प्रारंभ से ही पारंपरिक रूप से भारतीय सेना द्वारा निभायी जाती है।ब्रिगेड कमाण्डर ब्रिगेडियर एम,एस, ढिल्लो के आदेशानुसार 418 इंडिपेंडेंट इंजीनियरिंग कोर के ओ सी कर्नेल सुनील यादव ने हरसेवक सिंह एवं प्रमोद कुमार के नेतृत्व में सेना के जवानों को बर्फ हटाने की सेवा के लिए भेजा।
आज प्रातः गुरुद्वारा गोविंद घाट में गुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति में अरदास कर इजाज़त लेकर पहली टुकड़ी एवं गुरुद्वारा के सेवादारों को गुरुद्वारा ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सेवा सिंह ने घगरिया के लिये रवाना किया। यह जत्था कल एक्लीमैटेशन के बाद घगरिया से श्री हेमकुण्ट साहिब पथ से बर्फ हटाने का कार्य करेगा।आधे रास्ते तक बर्फ कटान के समय घगरिया गुरुद्वारा में पड़ाव रखा जाता है और रोज़ रात्रि विश्राम यहीं पर होता है तथा आधा कार्य हो जाने पर पड़ाव श्री हेमकुण्ट साहिब में किया जाता है। लोक सभा सामान्य निर्वाचन को देखते हुए इस कार्य को एक सप्ताह विलंब किया गया।यात्रा से पूर्व रास्ता बना लिया जायेगा इसके लिए भारतीय सेना के वीर जवान पूरी तरह से आश्वस्त हैं।35जवान एवं गुरुद्वारा के सेवादार यह जिमेदारी निभा रहे हैं।
यात्रियों के पहले जत्थे का प्रस्थान बड़ी धूम धाम से 22मई को गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के ऋषिकेश गुरुद्वारा से महानुभंवों द्वारा किया जायेगा जिसका सीधा प्रसारण विश्व भर में होगा।