गोविंद धाम और फूलों की घाटी में बर्फबारी, विश्व धरोहर वैली ऑफ फ्लावर्स की सुरक्षा बढ़ाई गई
संजय कुंवर,घांघरिया/ गोविंद घाट, जोशीमठ
पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने के चलते चमोली जनपद के उच्च हिमालई क्षेत्र और श्री हेमकुंड साहिब और विश्व धरोहर स्थल फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क के बेस कैम्प घांघरिया गोविंद धाम में भी इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई है जिसमें आज सुबह तक लगभग 5 इंच बर्फ गिरी है गोविंद धाम में। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि हेमकुंट साहिब में लगभग एक से डेढ़ फीट बर्फ गिरी होगी। बर्फबारी के बीच वैली ऑफ फ्लावर्स नेशनल पार्क की सुरक्षा बावत पार्क प्रशासन द्वारा शीतकालीन गश्त भी तेज कर दी है।
हालांकि इस साल बर्फबारी देर से हुई है, लेकिन यह पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। बर्फबारी से हमारे पर्यावरण को नई जान मिलती है, और यह जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद करती है।
श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने कहा कि हम प्रभु को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमें यह यह प्रकृति की अनमोल देन बर्फबारी दी है, जो हमारे पर्यावरण और जलवायु के लिए इतनी महत्वपूर्ण है। वहीं विश्व धरोहर स्थल फूलो की घाटी राष्ट्रीय पार्क गोविंद घाट रेंज की वन क्षेत्र अधिकारी चेतना कांडपाल ने बताया की पार्क प्रशासन द्वारा फूलों की घाटी क्षेत्र में लम्बी दूरी की गश्त जारी है, बर्फबारी और शीतकाल में घाटी के वन्य जीव सुरक्षा को मद्दे नजर रखते हुए वन कर्मियों को अलर्ट मोड़ पर रहने के निर्देश हैं। आज भी वन विभाग की एक टीम घाटी में बर्फबारी के बीच शीतकालीन गश्त हेतु गई हुई है, उन्होंने कहा की यह बर्फबारी हमें प्रकृति की सुंदरता और शक्ति का अनुभव करने का अवसर देती है, और हमें अपने वन्य जीव और जैव विविधता के साथ पर्यावरण की रक्षा करने की भी याद दिलाती है।